‘आईएस के नाम पर बेगुनाहों को पकड़ने का खेल खेल रही है सरकार’ –रिहाई मंच

TwoCircles.net News Desk

लखनऊ : रिहाई मंच ने आतंकवाद के नाम पर बरी हुए बेगुनाहों की रिहाई और बरी हुए बेगुनाहों को मुआवजा दिए जाने के सवाल पर अखिलेश सरकार के खिलाफ़ अभियान चलाने का निणर्य लिया है. अभियान का पहला चरण मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आज़मगढ़ से 6 फरवरी को शुरू होगा.


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रिहाई मंच के अध्यक्ष एडवोकेट मुहम्मद शुऐब ने सपा सरकार पर विधानसभा चुनावों के दौरान जनता से किए गए वादों से मुकर जाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सपा ने वादा किया था कि वह आतंकवाद के नाम पर कैद बेगुनाह मुस्लिम नौजवानों को रिहा कर देगी और अदालतों से बरी हुए युवकों को मुआवज़ा देगी और पुर्नवास कराएगी. लेकिन सपा ने न तो किसी भी बेगुनाह पर से मुक़दमा हटाया और ना ही बरी हुए बेगुनाहों को कोई मुआवज़ा ही दिया. उल्टे सरकार के मंत्री अहमद हसन इस झूठ को फैलाने में लगे हैं कि प्रदेश में एक भी बेगुनाह जेल में नहीं है. जो मुस्लिमों के ज़ख्म पर नमक छिड़कने जैसा है.

मुहम्मद शुऐब ने कहा है कि सपा सरकार केंद्र की मोदी सरकार से गुप्त समझौते के तहत प्रदेश से आईएस के नाम पर बेगुनाहों को पकड़वाने का खेल खेल रही है, ताकि समाज को साम्प्रदायिक आधार पर बांटा जा सके.

रिहाई मंच के अध्यक्ष ने कहा है कि विधानसभा चुनाव क़रीब आते ही फिर से अहमद हसन जैसे कथित मुस्लिम चेहरों को मुलायम सिंह ने मुसलमानों को बरगलाने के लिए मैदान में उतार दिया है. उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में एक भी बेगुनाह मुस्लिम जेल में नहीं है, तो फिर दो दिन पहले ही शामली निवासी इक़बाल आठ साल बाद जेल से कैसे बरी हो गया या फिर पिछले महीने तीन बंगाली मुस्लिम नौजवान लखनऊ जेल से कैसे आठ साल बाद अदालत द्वारा बरी कर दिए गए.

रिहाई मंच द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में मंच के नेता राजीव यादव ने कहा है कि अहमद हसन जैसे कथित मुस्लिम नेताओं ने ही आज मुस्लिम समाज को सबसे ज्यादा नुक़सान पहुंचाया है. जो अपने समाज की तकलीफों को तो उठाने की हिम्मत नहीं रखते, उस पर नमक ज़रूर छिड़कते हैं.

उन्होंने कहा कि सपा ने इसी तरह मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण देने वादा किया था, लेकिन आज़म खान से लेकर सपा के तमाम मुस्लिम चेहरे आज तक यह नहीं बता पाए कि यह आरक्षण क्यों नहीं दिया गया.

राजीव यादव ने कहा कि समाज में अमन और विकास के लिए ज़रूरी है कि समाज के कमजोर तबकों के साथ सरकार खड़ी दिखे. लेकिन सपा सरकार यादव सिंह जैसे महाभ्रष्ट अधिकारियों के साथ खड़ी दिखती है. ऐसे में ज़रूरी हो जाता है कि जनता प्रदेश से सपा जैसी अपराधियों, दंगाईयों और भ्रष्टाचारियों की सरकार की अंतिम विदाई की तैयारी शुरू कर दे.

उन्होंने कहा कि आतंकवाद के नाम पर फंसाए गए बेगुनाहों के छोड़े जाने और बरी हुए बेगुनाहों के मुआवज़े के सवाल पर सपा की वादा-खिलाफ़ी के खिलाफ़ रिहाई मंच 6 फरवरी से प्रदेश व्यापी अभियान का पहला चरण मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आज़मगढ़ से शुरू करेगा. जिसके तहत 7 फरवरी को इलाहाबाद और 8 फरवरी को जौनपुर समेत पूरे पूर्वांचल में सभाएं और बैठकें की जाएंगी.

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