TwoCircles.net Staff Reporter
वाराणसी- आज भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर केशव प्रसाद मौर्या को जगह दी है. केशव के पहले लक्ष्मीकांत वाजपेयी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का पद सम्हाल रहे थे.
केशव प्रसाद मौर्या(साभार – इन्डियन एक्सप्रेस)
केशव मूलतः पिछड़े समुदाय से आते हैं और यूपी में मजबूत होती जा रही बहुजन ताकतों को रोकने के लिए उन्हें लाया गया है, ताकि पिछड़े समुदाय का अधिक से अधिक वोट भाजपा की झोली में आए. लेकिन फूलपुर के सांसद केशव मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाते समय शायद भाजपा को यह ख्याल नहीं रहा कि केशव के खिलाफ लगभग दर्जन भर मुक़दमे विभिन्न थानों में दर्ज हैं.
इन मामलों में ह्त्या, धोखाधड़ी, दंगा भड़काने, सरकारी कर्मचारी को पीटने और शान्ति भंग करने जैसे गंभीर मामले भी दर्ज हैं. इनमें से अधिकतर मामले कौशाम्बी में दर्ज हैं, जिन पर समय-समय पर सुनवाई भी होती रहती है. बाकी सभी मामले इलाहाबाद में दर्ज हैं. कुल मिलाकर केशव मौर्या पर 26 धाराओं में 11 मुक़दमे दर्ज हैं. केशव मौर्या के पास संपत्ति भी अच्छी-खासी मौजूद है. निर्वाचन आयोग को दिए हलफनामे के मुताबिक़ उनकी चल-अचल संपत्ति लगभग 10 करोड़ के आसपास की है.
केशव दबंग नेता के तौर पर मशहूर हैं. विश्व हिन्दू परिषद् के साथ लगभग दो दशकों का समय गुज़ारने के बाद वे सक्रिय राजनीति में आए. बाद में 2014 के लोकसभा चुनाव की मोदी लहर के साथ वे फूलपुर के सांसद चुने गए. नीचे देखें केशव प्रसाद मौर्या का आपराधिक रिकॉर्ड और उन पर दर्ज मामले –