TwoCircles.net Staff Reporter
दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और हाल ही में आईएसआईएस से संबंध के आरोप में हो रही मुस्लिम नौजवानों की गिरफ्तारियों पर चिंता प्रकट की. TwoCircles.net ने इमाम बुखारी से इस मुलाक़ात के बाद बातचीत की. पेश है इस बातचीत का प्रमुख अंश:
क्यों मिले पीएम से?
वो मुल्क़ के सरबराह हैं. इसलिए मिला. जामिया व एएमयू के अल्पसंख्यक किरदार के मसले पर बात की. आईएसआईएस से संबंध रखने के आरोप में पकड़े जा रहे युवकों के मसले पर बात की.
इमाम बुखारी का कहना है कि वो बजट सेशन के बाद अलीगढ़ और जामिया के मसले को लेकर फिर से एक डेलीगेशन के साथ पीएम मोदी से मुलाक़ात करेंगे.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
आईएसआईएस के चंगुल में फंसे युवाओं की काउंसलिंग के मेरे प्रोपोजल से इत्तिफ़ाक़ व्यक्त किया. जामिया और अलीगढ़ के मसले पर गौर करने की बात की.
कैसा लगा पीएम का रुख?
पीएम ने गौर से सारी बातें सुनी. हम उन पर रद्दो-अमल का इंतज़ार करेंगे.
बेटे की ताजपोशी में न्योता नहीं दिया और अब मिलने चले गए?
वो मसला मज़हबी था. अब मसला मुसलमानों के मसाइल का है. देश का है.
क्या दूसरी मुस्लिम तंजीमों को भी मोदी से मिलना चाहिए?
दूसरी तन्जीमों की बात मैं नहीं जानता. पर मुल्क़ के प्रधानमंत्री से सभी को बात करनी चाहिए.
क्या बीजेपी का समर्थन कर सकते हैं यूपी में?
अभी इस पर कुछ नहीं कहेंगे. पर समाजवादी सरकार मुसलमानों से किये वादे पूरे करने में नाकाम रही है.
आज़म का बयान, दाऊद से मिले मोदी… इस पर आप क्या कहना चाहेंगे?
आज़म बेहूदे ब्यान देता है. मुसलमानों का दुश्मन है. मुलायम को चाहिए उसे कान पकड़कर बाहर कर दें.