TwoCircles.net News Desk
पटना : ‘जेएनयू को बंद व बदनाम करने के लिए कन्हैया को मोहरा बनाकर जान से मारने की योजना से मोदी सरकार का फासिस्टी चेहरा बेनक़ाब हो गया है. इसी के मद्देनज़र कन्हैया की बेशर्त रिहाई की मांग को लेकर हमने 27 फरवरी, 2016 को शहीद चन्द्रशेखर आजाद की शहादत दिवस पर मोदी सरकार का पुतला पूरे राज्य में जलाने का फैसला लिया है.’
यह फैसला आज 22 फरवरी को केदार भवन में हुए बिहार राज्य किसान सभा की राज्य किसान कौंसिल की बैठक में लिया गया. इस बैठक की अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष रामचन्द्र सिंह (पूर्व विधायक) ने की.
बैठक का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य नारायण सिंह (पूर्व विधायक) ने देश दुनिया की राजनीतिक घटनाओं की चर्चा करते हुए हैदराबाद और जेएनयू की घटनाओं की विस्तृत चर्चा की. साथ ही बेक़सूर कन्हैया को फर्ज़ी विडियो के आधार पर फंसाने की साज़िश और उसकी गिरफ्तारी की सख्त निंदा भी की.
इस बैठक में पूरे देश में चल रहे किसानों की समस्या पर विस्तार से चर्चा की गई. साथ बिहार राज्य किसान सभा के कार्यकारी महासचिव अशोक प्रसाद सिंह ने बताया कि –‘राष्ट्रीय सम्मेलन 3 से 6 मार्च, 2016 तक हैदराबाद में होने जा रहा है. इस अवसर पर बिहार के सैकड़ों प्रतिनिधि हैदराबाद के इस सम्मेलन में शामिल होंगे.’