अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
दिल्ली: आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक व दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद ओखला में सियासत तेज़ हो गई है. जहां मंगलवार को यहां की दुकानें बंद रहीं, वहीं आज ओखला के 11 स्थानीय नेता भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.
भूख हड़ताल पर बैठे इन नेताओं की मांग है कि उनके प्रतिनिधि को अदालत जल्द से जल्द ज़मानत पर रिहा करे.
इनका कहना है, ‘जब तक विधायक की रिहाई नहीं हो जाती, हम भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.’
भूख हड़ताल पर बैठे स्थानीय नेता महमूद अहमद का कहना है, ‘अमानतुल्लाह खान की गिरफ़्तारी फ़र्ज़ी है. जिस महिला के बयान पर इन्हें गिरफ़्तार किया गया है, वह महिला अब तक तीन बार अपना बयान बदल चुकी है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘जो लोग झूठे हैं, उनका मुंह काला होगा. सच्चाई की जीत होगी. हमें न्यायपालिका पर पूरा यक़ीन है.’
वहीं ज़िया चौधरी बताते हैं, ‘हमारे विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ़्तारी मोदी के कहने से आम आदमी पार्टी को परेशान करने की नीयत से की गई है. हमारी मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए.’
धरने पर बैठे आरिज़ खान के मुताबिक़, ‘आज ही शुरू हुए इस धरने के पहले दिन 10-11 लोग बैठे हैं. लेकिन कल इनकी तादाद और बढ़ेगी.’
वो बताते हैं, ‘इस गिरफ़्तारी के विरूद्ध पूरा ओखला अमानतुल्लाह खान के साथ है. जब तक उनकी रिहाई नहीं हो जाती, हम भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.’
इलाक़े के युवा नेता नबील खान का कहना है, ‘पीएम नरेन्द्र मोदी के इशारे पर अब तक आम आदमी पार्टी के 10 विधायकों की गिरफ़्तारी हो चुकी है. लेकिन ओखला में हम यह नहीं होने देंगे. यहां का बच्चा-बच्चा जानता है कि हमारा विधायक ईमानदार आदमी है.’
इससे पूर्व जामिया नगर थाना के सामने भी नबील खान पिछले दो दिनों से धरने पर बैठे थे. मंगलवार को अमानतुल्लाह खान की रिहाई को लेकर बटला हाउस व ज़ाकिर नगर की लगभग सारी दुकानें बंद रही थी.
बताते चलें कि यह भूख हड़ताल बटला हाउस चौक के क़रीब उसी जगह पर चल रही है, जहां अमानतुल्लाह खान विधायक बनने के पहले मुसलमान युवकों के फ़र्ज़ी गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ भूख हड़ताल पर बैठे थे.
वहीं आज इलाक़े में आम आदमी पार्टी से जुड़ी महिला कार्यकर्ता भी सड़कों पर हैं. वे इलाक़े में घूम-घूम कर अमानतुल्लाह खान की गिरफ़्तारी को अवैध बताते हुए नारे बुलंद करती नज़र आईं. इनके भी निशाने पर पीएम नरेन्द्र मोदी हैं.
स्पष्ट रहे कि आप विधायक अमानतुल्लाह खान को छेड़खानी व गैर-इरादतन हत्या के प्रयास के आरोप में 24 जुलाई को सुबह उनके घर से गिरफ़्तार किया गया था. इसके बाद विधायक ने साकेत कोर्ट में अपनी ज़मानत की याचिका दायर की थी, जिसे मंगलवार को कोर्ट ने खारिज कर दिया और विधायक अमानतुल्लाह खान को अगले 9 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.