अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
कैराना (उत्तर प्रदेश) : शामली के कैराना क़स्बे से कथित पलायन के मसले पर अब कांग्रेस भी खुलकर सामने आ गई है. काफी दिनों तक चुप रहने के बाद अब कांग्रेस के नेताओं ने दखल देना शुरू कर दिया है.
कांग्रेस की एक टीम बीते दिनों कैराना पहुंची. इस टीम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरेन्द्र मलिक और सहारनपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे इमरान मसूद भी शामिल थे.
इन दोनों नेताओं ने कैराना के पलायन मसले पर भाजपा को जमकर लताड़ा और कैराना को साम्प्रदायिकता की आग में झोंकने का आरोप जड़ा.
हरेन्द्र मलिक के मुताबिक़ कैराना में अब तक 23 राजनीतिक हत्याएं हो चुकी हैं और हैरानी इस बात की है भाजपा हमेशा इस मसले पर खामोश ही रही है. क्योंकि इसका खुलासा होने से भाजपा के खुद के दामन पर दाग़ नज़र आ सकते हैं.
TwoCircles.net के साथ बातचीत में हरेन्द्र मलिक कहते हैं, ‘कैराना में दिलेराम से लेकर सिताब सिंह तक 23 राजनीतिक हत्याएं हुई हैं. क्या आदरणीय हुकुम सिंह जी इन पर कार्रवाई करवा सकेंगे?’
हरेन्द्र मलिक का कहना है, ‘कैराना तब कलंकित हुआ जब यहां एक व्यापारी को दिनदहाड़े मार दिया गया, लेकिन कैराना उस दिन भी कलंकित हुआ जिस दिन यहां दो मासूम बच्चियों को रेप के बाद मार दिया गया. दोनों के मज़हब अलग-अलग थे, पर इन दोनों घटनाओं में मरी तो इंसानियत ही.’
वे आगे कहते हैं, ‘अब क़ातिल व अपराधी को जाति व धर्म का आवरण न पहनाएं. अपराध और अपराधी का जाति और धर्म नहीं होता.’
हरेन्द्र मलिक कहते हैं, ‘क्या यह सचाई नहीं है कि यूपी में अवैध खनन, अवैध शराब, अवैध करेंसी और अवैध असलहा के धंधे में यूपी के सारे नेता एक हैं. किस गरीब मुसलमान या हिन्दू को इस अवैध धंधे का लाभ मिला है? क्या आदरणीय हुकुम सिंह जी इस अवैध धंधे पर भी कुछ बोलेंगे?’
हरेन्द्र मलिक ने कैराना के लोगों से अनुराध किया कि वे अपराध व अपराधी के खिलाफ़ जाति व धर्म से ऊपर उठकर एकजुट हो जाएं. जो नेता हमें जाति व धर्म में बांटे, हम उसकी सख्त निन्दा करें क्योंकि अपराध से हिन्दू-मुसलमान दोनों पीड़ित होते हैं.
वहीं इमरान मसूद ने TwoCircles.net के साथ बातचीत में मोदी सरकार के अपने वादों से पलटने को युवाओं के बीच अपराध के बढ़ते रूझान का सबसे बड़ा कारण बताया.
इमरान मसूद के मुताबिक़ मोदी ने युवाओं से धोखा किया है. उनको सपने दिखाएं लेकिन इनके हाथ खाली रहें. यही वजह है कि युवा अपराध की ओर बढ़ रहा है.
उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह भी कहा कि अपराध सिर्फ़ कैराना में नहीं है, बल्कि पूरे यूपी में हर तरफ़ फैला हुआ है.
इमरान मसूद ने कहा, ‘कैराना में जो 23 राजनीतिक हत्याएं हुई हैं, क्या हुकुम सिंह जी इन हत्याओं में मरने और मारने वालों के जाति और धर्म उजागर करेंगे?’
हुकुम सिंह की राजनीति पर इलज़ाम लगाते हुए इमरान मसूद कहते हैं, ‘हुकुम सिंह जी पलायन की बात कर रहे हैं. असल पलायन तो मुज़फ़्फ़रनगर दंगों के बाद 50 हज़ार से अधिक मुसलमानों ने किया है.’
इमरान मसूद बताते हैं कि हमारा सामाजिक ताना-बाना ऐसा है कि हम एक-दूसरे के बिना चल नहीं सकते. हमारे सबके साथ सरोकार इस तरह के लगे हुए हैं कि सब एक दूसरे के साथ मुहब्बत से रहेंगे तो काम होगा, नफ़रत होगी तो सबको नुक़सान होगा. किसी को ज़्यादा होगा, किसी को कम होगा.