TwoCircles.net Staff Reporter
दरभंगा : बिहार राज्य के दरभंगा ज़िले के बाढ़ समैला नामक एक गांव में 14 साल की एक लड़की पिछले 9 दिनों से ग़ायब है और स्थानीय पुलिस को अब तक इसका कोई सुराग़ नहीं मिला है. ये उसी इलाक़े की पुलिस है, जिसने आतंकवाद के नाम पर यहां से कई युवकों का ‘इंडियन मुजाहिदीन’ के साथ जुड़े होने का सुराग़ निकाल कर धड़ल्ले से गिरफ़्तारियां की हैं.
TwoCircles.net के साथ बातचीत में लड़की के दादा मो. जुबैर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहते हैं कि –‘हमारी पोती रिज़वाना खातून का अपहरण हुआ है. हमने 13 तारीख़ को ही इस संबंध में केवटी थाना में एफ़आईआर दर्ज कराया था, एसपी साहब से भी इस बारे में शिकायत कर चुके हैं. लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. कल एसडीओ साहब हमारे घर ज़रूर आए थे. उन्होंने भी सिर्फ़ हमारे परिवार से ही पूछताछ की, लेकिन जिन लड़कों ने मेरी पोती का अपहरण किया है, उसके परिवार से किसी ने अब तक कोई पूछताछ नहीं की है. लगता है कि पुलिस वालों को उनकी तरफ़ से पैसा मिल गया है. हम तो गरीब लोग हैं, पुलिस को पैसा कहां से लाकर दें.’
मो. जुबैर के मुताबिक़ उनका परिवार काफी गरीब है. खेतों में मजदूरी करके किसी तरह से उनके घर का चुल्हा जलता है. 11 तारीख़ को शाम के तक़रीबन 4 बजे 14 साल की रिज़वाना घर का चुल्हा जलाने के वास्ते बग़ल के खेतों में पत्ता चुनने के लिए निकली तो आज तक घर लौट कर नहीं लौट सकी. उनके मुताबिक़ उनकी पोती ही पत्ता चुनकर जब लाया करती थी तो इस घर का चुल्हा जला करता था.
मो. जुबैर बताते हैं कि शाम में जब वो नहीं लौटी, तो हम सबलोगों ने उसे गांव में तलाश करना शुरू किया. इसी दौरान गांव के ही एक बच्चे ने बताया कि बग़ल के गांव के दो लड़के उसको ज़बरदस्ती उठाकर बाईक पर लेकर गए हैं. उन्होंने उसका मुंह बांध दिया था. वो बच्चा भी काफी डरा हुआ था. इस सच्चाई को जानने के बाद लड़की के मां-बाप सदमे में आ गए हैं. उनपर इस घटना का इतना गहरा सदमा पहुंचा है कि वो किसी से बातचीत करने की हालत में नहीं हैं.
मो. जुबैर का आरोप है कि उनकी पोती का अपहरण पास के ही मानपुर गांव के दो पासवान लड़कों ने किया है. उनके मुताबिक़ इन लड़कों पर पहले से ही अपहरण के कई मामले लंबित हैं. और फिर गांव का 12 साल का बच्चा भी उनको अपहरण करते देखा है.
इस संबंध में TwoCircles.net ने केवटी थाना के थानाध्यक्ष सीताराम प्रसाद से भी बातचीत की. वो पुलिस पर लगने वाले तमाम आरोपों को खारिज करते हैं. सीताराम प्रसाद स्पष्ट तौर पर बताते हैं कि इस संबंध में एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस अपना काम कर रही है. उनके मुताबिक़ अभी इस केस में कोई सुराग़ नहीं मिल सका है. पुलिस छानबीन कर रही है.