प्रिय हिन्दुओं,
कल एक गरीब मुस्लिम मज़दूर की क्रूर हत्या मुसलमानों को आतंकित करने के इरादा से नहीं की गई. एक ऐसा समुदाय जो लक्षित हत्याओं की एक श्रृंखला के बाद ऐसी धमकियों से सुन्न हो चुका है. पिछले तीन वर्षों में उन्होंने हिंदू धर्म के नाम पर भीड़ और लोगों द्वारा कई हत्याओं को देख लिया है.
इन हत्याओं के पीछे असली मक़सद आपको आतंकित करना है, प्रिय हिंदुओं… हां, आश्चर्यचकित मत हो जाइए. मुसलमान केवल एक मोहरा मात्र है, एक शिकार -एक विशिष्ट राजनीतिक कथा के लिए बल और गति जोड़ने के लिए.
उन लोगों के लिए जो इस नफ़रत की विचारधारा का प्रचार करते हैं. उनके असली दुश्मन साधारण, सद्भावनापूर्ण हिंदू हैं जो भारत के विचार में विश्वास करते हैं. वह भारत जो 1.25 अरब से अधिक विभिन्न धर्मों, जातियों, भाषाओं और व्यक्तित्व लोगों का घर है.
यह विचार साधारण हिंदुओं को केवल एक ही प्रकार के भारत को स्वीकार करने के लिए मजबूर करना है – अल्पसंख्यकों को द्वितीय श्रेणी वाले नागरिकों के रूप में मानने वाला और बेरहमी से अपने नागरिकों के अधिकारों को तबाह करने वाला.
क्योंकि बड़ी संख्या में हिंदू इस विचारधारा से असहमत हैं, इस तरह की घटनाएं लोगों को आतंकित करने के लिए तैयार की जाती हैं. राष्ट्र और उसके संस्थानों पर क़ब्ज़ा करने के लिए, दक्षिणपंथी ताक़तों को सभी हिंदुओं के समर्थन की ज़रूरत है – नौकरशाही, न्यायपालिका, सशस्त्र बलों, पुलिस (एक बड़ा खंड पहले से ही विशक्त हो चुका है), मीडिया, शैक्षिक समुदाय, कलाकार, अभिनेता, टेक्नोक्रेट, व्यवसायी आदि के स्तर में.
एक काल्पनिक दुश्मन बनाया जाता है जिससे युवाओं के दिलों में ज़हर भर सके और को जनता की राय बदली जा सके. इस बार हिंदू लड़कियों को मुसलमान जबरन उठाकर ले जाने के भय को बनाया जा रहा है. लगभग पूरे मीडिया, संपूर्ण पुलिस बल और न्यायपालिका के एक बड़ा हिस्से ने इस काल्पनिक भय को मज़बूत करने में मदद की है – कि मुसलमानों की जनसंख्या को बढ़ावा देने के लिए मुस्लिम युवक हिंदू बेटियों को फंसाया जा रहा है.
प्रिय हिन्दू, पिछले कुछ सालों में, एक व्यवस्थित अभियान के साथ मुस्लिम को राजनीतिक और सामाजिक रूप से पराया बनाया जा रहा है. उनका अलगाव लगभग पूर्ण हो चुका हैै और इस के ऊपर इस समुदाय को खोने के लिए कुछ नहीं होगा और डरने के लिए भी कुछ नहीं होगा. जैसा कि आपने देखा होगा, ऐसे बर्बरता के लिए मुस्लिम की प्रतिक्रिया लगभग नगण्य है.
एक बार दक्षिणपंथी, मुसलमानों को ख़त्म कर देगा तो वे आप की ओर मुड़ेंगे, प्रिय हिंदुओं…
हिंदुओं को उनके भाषाई और भौगोलिक पहचान के आधार पर लक्षित करने के लिये कुछ और वक़्त ही बाक़ी है. हिंसा, बलात्कार, या खुले ख़तरों से उनके ख़िलाफ़ बोलने या लिखने वालों को चुप कराया जाएगा. हमने कुछ अलग-अलग घटनाओं में देखा है जहां हिंदू पत्रकारों और लेखकों को मारा गया है.
कुछ वर्षों में, मेरे प्रिय हिन्दू, इस देश के ऊपर दक्षिणपंथी ताक़तों की पकड़ पूर्ण और स्थायी हो जाएगी.
फिर, आपका भारत, हमारा भारत, बोको हरम के वैचारिक भाईयों द्वारा चलाया जाने लगेगा, मेरे प्रिय हिन्दू…
सादर
एक भारतीय मुसलमान