TwoCircles.net News Desk
लखनऊ : साल 2008 से लेकर इस साल बीते 01 नवम्बर तक बैटल कैजुअलटी में 1228 और फिजिकल कैजुअलटी में 13187 जवान शहीद हो चुके हैं. इस तरह पिछले 10 सालों में 14415 जवान देश की सेवा करते हुए अपने जान की क़ुर्बानी दे चुके हैं.
ये जानकारी आरटीआई के ज़रिए लखनऊ के आरटीआई एक्सपर्ट इंजीनियर संजय शर्मा ने हासिल की है.
संजय शर्मा द्वारा रक्षा मंत्रालय को भेजी गई आरटीआई आवेदन पर एकीकृत मुख्यालय रक्षा मंत्रालय (सेना) के लेफ्टिनेंट कर्नल और जन सूचना अधिकारी ए.डी.एस. जसरोटिया ने बीते 13 नवम्बर के पत्र के माध्यम से यह जानकारी सार्वजनिक की है.
यहां ये बात भी गौरतलब रहे कि ये जानकारी सिर्फ़ थल सेना ने दी है, जल सेना और वायु सेना से सूचना मिलना अभी शेष है.
आरटीआई से मिले अहम दस्तावेज़ बताते हैं कि, पिछले 10 सालों में 2008 में बैटल कैजुअलटी में सबसे ज्यादा 311 जवान तथा साल 2013 में सबसे कम 74 जवान साल शहीद हुए. इस साल अब तक 81 जवान बैटल कैजुअलटी में अपनी जान गवां चुके हैं.
वहीं फिजिकल कैजुअलटी में सबसे ज्यादा साल 2010 में 1530 जवान और साल 2015 में सबसे कम 1250 जवान शहीद हुए. इस साल अब तक 876 जवान फिजिकल कैजुअलटी में अपनी जान गवां चुके हैं.
आरटीआई से ये महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने वाले संजय का कहना है कि, उन्होंने ये आरटीआई इसलिए डाली की थी, क्योंकि वे देश को बताना चाहते थे कि देश को सुरक्षित रखने और देश में अमन-चैन क़ायम रखने के लिए आख़िर हमें कितनी बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ रही है.
संजय आगे कहते हैं कि, वे अब देश के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर मांग करेंगे कि सैनिकों की साहसिक अमर-गाथा की यह जानकारी सैनिकों के नाम के साथ नियमित समय अंतराल पर जनता को सार्वजनिक तौर पर दी जाए.