Home Lead Story मुज़फ्फरनगर-कैराना में अखिलेश, कहा मोदी खुद पलायन कर दिल्ली पहुंचे

मुज़फ्फरनगर-कैराना में अखिलेश, कहा मोदी खुद पलायन कर दिल्ली पहुंचे

आस मोहम्मद कैफ, TwoCircles.net

मुज़फ्फ़रनगर: सूबे के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा को यूपी में चल रही चुनावी जंग से भाजपा को बाहरी बताते हुए दावा किया है कि सपा फिर से सत्ता में लौटेगी. उन्होंने कहा कि फिर से सरकार बनाने में जो थोड़ा बहुत संदेह था, वो कांग्रेस का साथ होने से दूर हो गया है.

दंगों के बाद पहली बार यहां किसी चुनावी सभा को संबोधित कर रहे अखिलेश यादव खतौली बुढ़ाना में तो दंगों पर कुछ नहीं बोले मगर कैराना पहुंचकर उनका दर्द बाहर आ गया. उन्होंने कहा कि दंगा उन पर दाग है, जिसे वो कभी नहीं भूल सकते. उन्होंने कहा कि लोग जानते है यह दंगा किसकी साजिश थी. लेकिन हमने मदद की और भी करेंगे.

अखिलेश यादव ने कहा कि पलायन भी भाजपा की साजिश थी. हमने जांच करायी, पलायन करने वालों की सूची झूठी निकली. लोग रोजगार के लिए पलायन करते हैं. नाहिद ने अपनी जमीन देकर लोगों को बसाया, ऐसा कौन करता है, यह बड़ा काम है.

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी खुद पलायनवादी नेता हैं, वो दो राज्यों से पलायन कर दिल्ली तक पहुंचे हैं. पलायन सेना बनाने की बात करने वालों को सूबे की जनता सख्त जवाब देगी. सपा सत्ता में लौट रही है, कांग्रेस के साथ से अब 300 से ज्यादा सीटों पर जीतकर हम प्रदेश में सरकार बनाएंगे.

गुरुवार को मुख्यमंत्री ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना तूपफानी दौरा जारी रखते हुए मुज़फ्फरनगर की तीन विधानसभाओं खतौली, बुढ़ाना और शहर सीट पर चुनावी सभाएं की. इन जनसभाओं में भाजपा और नरेंद्र मोदी अखिलेश यादव के निशाने पर रहे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की नोटबंदी के बाद बैंकों के बाहर लाइनों में लोग मर गये, लेकिन भाजपा वाले उनको देखने तक नहीं गये. हमने आगे आकर मदद की और दो-दो लाख दिये. आज भाजपा कह रही है कि पलायन सेना बनाई जायेगी. भाजपा के ही कई नेता पलायन करके आए हैं. पीएम मोदी खुद पलायनवादी हैं. वो पहले गुजरात से पलायन कर यूपी में आए और यहां से दिल्ली चले गये.

अखिलेश ने कहा कि केंद्र सरकार के जनविरोधी फैसलों से सबसे ज्यादा व्यापारी वर्ग दुखी है. वो अभी तक बहुत कम जगह पर गये है, लेकिन जहां मैं गया हूं वहां का माहौल देखकर यह लग रहा है कि प्रदेश में सपा की सरकार फिर आने वाली है. भाजपा अब यूपी चुनाव की लड़ाई में मैदान से बाहर हो चुकी है. सपा के सत्ता में लौटने में जो भी भ्रम था, कांग्रेस के आने से वो दूर हो गया है. अब साफ है कि अगली सरकार सपा कांग्रेस गठबंधन की बनेगी. इससे नेताजी का सम्मान और ज्यादा बढ़ेगा.

उन्होंने गठबंधन की परिस्थिति पर बात करते हुए कहा कि कांग्रेस को सीट देने पर सवाल उठे, लेकिन मैं कहता हूं कि दोस्ती में दिल बड़ा होना चाहिए और समाजवादियों का दिल बड़ा ही होता है. हम कंजूस नहीं हैं. उन्होंने इस चुनाव को सिर्फ यूपी का चुनाव मानने से इंकार करते हुए कहा कि ये पूरे देश का चुनाव है. यही चुनाव देश का भविष्य बनायेगा.

केंद्र सरकार के बजट को जनविरोधी बताते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मोदी सरकार ने अपना चौथा बजट पेश किया है, लेकिन ये किसी की समझ में नहीं आया. कुछ नहीं मिला. अच्छे दिन लाने वालों ने जनता का बुरा हाल कर दिया. मोदी जी ने 15 लाख देने का वायदा किया था, लेकिन हम कहते हैं 15-15 हजार ही जनता के खातों में डलवा दो.

भाजपा के बाद बसपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा ने विकास के नाम पर जनता को धोखा दिया है. वो आज भी लखनऊ में बसपा के हाथियों को देखते हैं, नौ साल पहले जो खड़े थे, वो खड़े हैं और जो बैठे तो वो आज भी बैठे ही हैं. इससे प्रदेश का भला नहीं हुआ. अखिलेश यादव ने कहा कि पैसा काला सफेद नहीं होता, उसका लेनदेन काला होता है. आज भाजपा राजनीति में काला लेनदेन करने का काम कर रही है. हमने जो काम किये, उन पर जनता का विश्वास कायम हुआ है. हमने पांच वर्ष में उत्तर प्रदेश का सर्वांगीण विकास किया है. अब उसी विकास को और तेजी से आगे बढ़ाने का समय है. सरकार आयी तो किसान, महिला और युवाओं को बहुत कुछ दिया जायेगा. प्रदेश दुनिया के पटल पर चमकता सितारा बनेगा.