TwoCircles.net Staff Reporter
मेहसाणा (गुजरात) : उना कांड की पहली बरसी पर राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच की ओर से गुजरात के मेहसाणा में निकाले गए ‘आज़ादी कूच’ पर हमले की ख़बर है. इसकी जानकारी खुद राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक जिग्नेश मेवाणी ने अपने फेसबुक पेज़ के माध्यम से दी है.
जिग्नेश ने अपने पोस्ट में लिखा है कि, ‘आज़ादी कूच पर हमला, मैं, कन्हैया कुमार, रेशमा पटेल और सारे यात्री गिरफ्तार. रास्ते में मेरे ऊपर हमले की कोशिश. मेरे पैर पर एक संघी ने बाइक चढ़ा देने की कोशिश की.’
साथ ही इस पोस्ट में पूरे देश से अपील करते हुए लिखा है कि, ‘पूरे देश को अपील : गुजरात के डारेक्टर जनरल ऑफ पुलिस गीता जोहरी को 09978406287 पर अर्जेन्ट कॉल करें और कहें कि हर क़ीमत पर पुख्ता पुलिस प्रोटेक्शन के साथ आज़ादी कुच का परमिशन ग्रांट किया जाए.’
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक़ जिग्नेश मेवाणी, कन्हैया कुमार, सुबोध परमार, कौशिक परमार और इनके दूसरे 13 साथियों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा-143 के तहत मेहसाणा पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज कर ली है. कल कोर्ट में हाज़िर रहने की शर्त पर फिलहाल इन्हें रिहा कर दिया गया है.
इस पदयात्रा में शामिल एक कार्यकर्ता के मुताबिक़ गुजरात पुलिस ने पिछले 27 जून को ही इस ‘आज़ादी कूच’ निकालने का परमिशन दे दिया था. लेकिन पुलिस का अब कहना है कि वो परमिशन रद्द कर दिया गया है.
इस ‘आज़ादी कूच’ की शुरूआत आज मेहसाणा से की गई थी. इसका असल मक़सद गुजरात के गांव में घूमकर इस बात की मांग करना था कि गुजरात ही नहीं, बल्कि हर राज्य सरकार समेत केंद्र सरकार एक ऐसा विशेष क़ानून बनाये जिसके चलते उना, दादरी, लातेहार, अलवर की तरह भीड़ के हाथों किसी भी इंसान की हत्या न हो. देश में रूल ऑफ़ लॉ हो और चैन से जीने की आज़ादी हो.
इस पदयात्रा का अंतिम पड़ाव बनासकांठा है. यहां 18 जुलाई को समापन कार्यक्रम तय किया गया था.