सहारनपुर : पुलिस की एकतरफ़ा कार्यवाही से दलितों में रोष, लखनऊ में आन्दोलन की तैयारी

TwoCircles.net Staff Reporter

नई दिल्ली/सहारनपुर : उत्तर प्रदेश में सहारनपुर ज़िले के शब्बीरपुर गांव में शुक्रवार को हुए जातीय संघर्ष के बाद अब पुलिस की एकतरफ़ा कार्यवाही से जहां एक ओर स्थानीय लोगों में काफी रोष है, वहीं इस पूरे मामले को लेकर दलित संगठनों में रोष बढ़ता जा रहा है.


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बसपा सुप्रीमो बहन मायावती भी इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के योगी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा है कि इस घटना से साबित होता है कि क़ानून-व्यवस्था बनाए रखना भाजपा के बस की बात नहीं है.

सियासत से अलग दलित मुद्दों पर काम करने वाली संस्थाएं भी इस मामले को लेकर सक्रिय हो गए हैं और जल्द ही इस मामले को लेकर लखनऊ में आन्दोलन करने के मूड में हैं.

आज मेरठ के अगवानपुर गांव में दलितों के बीच काम करने वाली ‘लक्ष्य’ नामक एक संस्था ने बहुजन जनजागरण अभियान के तहत एक कैडर कैम्प का आयोजन किया और दलितों पर हो रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ अपना दुख प्रकट किया.

इस कैडर कैम्प में संस्था से जुड़े मिलाप सिंह ने दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर लोगों से आपस में भाईचारा बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज अपनी एकता से ही अत्याचारों का मुहतोड़ जवाब दे सकता है.

राष्ट्रीय प्रवक्ता के.पी. गौतम ने सहारनपुर में दलितों के साथ हुई घटना पर गहरा दुख प्रकट किया और इस घटना की घोर निंदा की. साथ ही उन्होंने प्रदेश की सरकार से मांग की है कि, वो दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दे ताकि दलितों पर अत्याचार पर लगाम लग सके.

इस लक्ष्य संस्था की कमांडर पूजा गुलाटी ने TwoCircles.net से बातचीत में बताया कि, हमारी टीम अपने स्तर पर सहारनपुर की घटना की जांच कर रही है. हम देख रहे हैं कि पुलिस दलितों पर एकतरफ़ा कार्रवाई कर रही है. हमारी संस्था जल्द ही इस मसले को लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन करेगी. 

बताते चलें कि सहारनपुर के इस जातीय संघर्ष मामले में 101 उपद्रवियों को नामजद करते हुए 741 अज्ञात के खिलाफ़ मुक़दमा दर्ज हुआ है.

पुलिस के अनुसार शब्बीरपुर गांव में हुए बवाल मामले में कुल 6 मुक़दमें दर्ज किए गए हैं. दलित पक्ष की तरफ़ से पूर्व प्रधान नरेश कुमार द्वारा लिखवाए गए मुक़दमें में 40 को नामजद और 250 अज्ञात लोगों को शामिल किया गया है. एक पत्रकार की तरफ़ से लिखवाए गए मुक़दमें में 2 नामजद और 20 अज्ञात शामिल हैं. एक मुक़दमा हिंसा में मारे गए सुमित के पिता ब्रह्मपाल ने लिखवाया है जिनमें 5 लोग नामजद हैं. शब्बीरपुर के अरविन्द ने दलित समाज के 6 लोगों को नामजद किया है. थानाध्यक्ष बडगांव की तरफ़ से 35 लोगों को नामजद किया गया है तथा सिपाही गौरव ने 13 लोगों को नामजद किया है. इस तरह कुल 101 नामजद और 741 अज्ञात लोगों पर मामला पंजीकृत हुआ है. इस मामले में अब तक 17 की गिरफ्तारी हो चुकी है.

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