TwoCircles.net News Desk
बलिया : उत्तर प्रदेश की सामाजिक व राजनीतिक संगठन रिहाई मंच ने बलिया स्टेशन से 36 किलो गांजा के साथ पकड़े गए विश्व हिन्दू परिषद, मऊ के पूर्व ज़िलाध्यक्ष रामाशीष राय के मामले में संघ परिवार और उसके दूसरे आनुशांगिक संगठनों को भी जांच के दायरे में लाने की मांग की है.
मंच ने कहा है कि संघ परिवार के नेता केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही ड्रग्स सप्लाई और दूसरे अनैतिक कामों में सक्रिय हो गए हैं.
रिहाई मंच द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बलिया इकाई के सचिव मंजूर आलम ने कहा कि, राष्ट्रवाद और भारतीय संस्कृति का नारा जपने वाले संघ परिवार और विश्व हिन्दू परिषद के नेता का गांजा की तस्करी में धरा जाना संघ परिवार के असली चरित्र को उजागर करता है.
उन्होंने मांग की है कि बलिया समेत पूरे पूर्वांचल में संघ परिवार और उसके विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे आनुशांगिक संगठनों के नेताओं और कार्यालयों पर छापा मार कर इन्हें जांच के दायरे में लाया जाए.
उन्होंने दावा किया कि रामाशीष राय का अगर पुलिस नारको टेस्ट कराए तो संघ परिवार से जुड़े नशे के तस्करों का पूरा गिरोह पकड़ा जा सकता है, बशर्ते कि पुलिस इच्छा-शक्ति दिखाए.
रिहाई मंच नेता राज शेखर रवि और डॉ. ओवैस असग़र ने कहा कि, संघ परिवार के सदस्य भोले-भाले हिंदू परिवारों को भारतीय संस्कृति और देश-भक्ति के नाम पर प्रवचन देकर भाजपा को वोट देने के लिए बरगलाते हैं और खुद गांजा और अफ़ीम की तस्करी करते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि संघ परिवार और उसका पूरा तस्कर नेटवर्क ग़रीब परिवारों के बेरोज़गार युवकों को नशे का आदि बनाकर उनका मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा में इस्तेमाल करते हैं.
उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद आम हिंदू परिवारों को संघ परिवार के कार्यकर्ताओं से चौकन्ना रहने की ज़रूरत है.
बताते चलें कि विश्व हिंदू परिषद के पूर्व ज़िलाध्यक्ष रामाशीष राय को 36 किलोग्राम गांजा और असम की पांच महिलाओं व दो बच्चों के साथ ट्रेन में जीआरपी चेकिंग के दौरा तब गिरफ्तार किया गया जब वो बंगाल से डिब्बूगढ-अमृतसर एक्सप्रेस में सफ़र कर रहा था. मीडिया में आए रिपोर्ट के मुताबिक़ रामाशीष राय मऊ शहर के ब्रह्मस्थान के रहने वाला है और साल 2017 में मऊ सदर से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है.
पुलिस के अनुसार पकड़े गए गांजे की क़ीमत इंटरनेशनल मार्केट में लाखों में है. इस मामले की जांच की जा रही है और इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.