भारत बंद के दौरान गिरफ्तार आन्दोलनकारियों को क़ानूनी मदद करेंगे मुहम्मद शुएब

(Photo By : Afroz Alam Sahil)

TwoCircles.net News Desk

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की सामाजिक व राजनीतिक संगठन रिहाई मंच के अध्यक्ष एडवोकेट मुहम्मद शुएब ने एससी-एसटी एक्ट को कमज़ोर करने के ख़िलाफ़ भारत बंद के दौरान गिरफ्तार आन्दोलनकारियों को क़ानूनी मदद देने का एलान किया है.


Support TwoCircles

उन्होंने आज रिहाई मंच की ओर से जारी एक प्रेस बयान के ज़रिए कहा है कि, एक तरफ़ दलित–आदिवासियों पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ़ साज़िशन एससी-एसटी एक्ट कमज़ोर किया जा रहा है.

एडवोकेट मुहम्मद शुएब ने कहा कि, वे एससी-एसटी एक्ट को कमज़ोर करने के ख़िलाफ़ भारत बंद के आन्दोलन में गिरफ्तार आन्दोलनकारियों की क़ानूनी मदद करेंगे.

रिहाई मंच के मुताबिक़ मेरठ, सहारनपुर और मुज़फ़्फ़रनगर, आज़मगढ़, इलाहाबाद समेत पूरे देश से बड़ी तादाद में लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है. अकेले हापुड़ से 175 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सिर्फ़ इतना ही नहीं, दलित पत्रकारों को भी चिन्हित करके गिरफ्तार किया जा रहा. हापुड़ से विकास दयाल की गिरफ्तारी इसका सुबूत है. आन्दोलनकारियों पर रासुका लगाकर सरकार यह साबित करना चाहती है कि दलित-पिछड़े देश विरोधी हैं, पर उनकी साज़िश कामयाब नहीं होगी.

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में लगातार दलित उत्पीड़न बढ़ रहा है और सरकार साज़िश रच कर क़ानून को कमज़ोर बना रही है.

उन्होंने आन्दोलनकारियों पर गोली चलाने पर सरकार को जनरल डायर क़रार देते हुए कहा कि आन्दोलनकारियों पर गोली चलाना कायराना करतूत है.

रिहाई मंच ने आन्दोलन ने शहीद हुए आन्दोलनकारियों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि, देश निर्माण के इतिहास में शहीद आन्दोलनकारियों का नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है. 7 अप्रैल को होने वाले कार्यक्रम में उत्पीड़न का यह सवाल प्रमुख मुद्दा होगा.

यूपी प्रेस क्लब लखनऊ में होने वाले इस कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ के साम्प्रदायिक भाषणों के बाद भड़की साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में लंबे समय से मुक़दमा लड़ रहे वरिष्ठ अधिवक्ता फ़रमान अहमद नक़वी मुख्य वक्ता होंगे.

इस कार्यक्रम में साम्प्रदायिक हिंसा के ख़िलाफ़ संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता असद हयात, आतंकवाद के विभिन्न मुक़दमों को लड़ रहे एपीसीआर के एडवोकेट अबू बकर सब्बाक, अरविन्द मूर्ति, हाल में बिहार में हुई साम्प्रदायिक घटनाओं पर ‘भागलपुर राष्ट्रीय शर्म के पच्चीस साल’ के लेखक व वर्धा विश्वविद्यालय के अस्टिेंट प्रोफेसर शरद जायसवाल, पिछले दिनों गोरखपुर में योगी के गुण्डों के हमले का शिकार हुए अम्बेडकरवादी छात्र सभा के अमर पासवान अपनी बात रखेंगे.

SUPPORT TWOCIRCLES HELP SUPPORT INDEPENDENT AND NON-PROFIT MEDIA. DONATE HERE