TwoCircles.net News Desk
‘बच्चियों के लिए गर्ल्स टॉयलेट सबसे ख़तरनाक जगह है, क्योंकि हम पशुओं के समाज की तरह हो गए हैं.’
ये बातें बिहार के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने सोमवार को मेरठ के सुभारती विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में कहीं.
उन्होंने आगे कहा कि, जिस तरह की चीज़ें आप सुन रहे हैं, उसके लिए अब क़ानून पास करना पड़ा. भारत का, ख़ास तौर पर उत्तर भारत का पुरूष जानवर हो गया है.
गवर्नर बिहार में यूनिवर्सिटी कैम्पस और कॉलेजों में गर्ल्स टॉयलेट के संदर्भ में बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने पोक्सो ऐक्ट में दो दिन पहले किए गए बदलाव के निर्णय को सराहनीय बताया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई देश बिल्डिंग, कारखानों और इमारतों से महान नहीं बनता बल्कि देश के युवाओं के चरित्र से महान बनता है. लेकिन आज देश में हालात यह हैं कि देश की रक्षा के लिए भर्ती बीएसएफ में होते हैं और पोस्टिंग सिर्फ़ दिल्ली में चाहते हैं.
गवर्नर ने आगे कहा, ‘आज देश की बेटियां पढ़ाई, कुश्ती, हॉकी सभी में मेडल ले रही हैं. हम बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं लेकिन वर्तमान स्थिति से ऐसा लग रहा है कि जैसे लोग अपने बेटे को बचाने और पढ़ाने में लगे हैं.’
उन्होंने कहा कि बिहार में जिस कॉलेज और यूनिवर्सिटी में टॉयलेट नहीं होगा, उसकी मान्यता ख़त्म कर दी जाएगी.