आस मोहम्मद कैफ , TwoCircles.net
जयपुर के एक स्थानीय अखबार में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का एक इंटरव्यू छपा जिसमे उन्होंने खुद की औरत होने की कमजोरी का वर्णन किया है. उन्होंने कहा है कि महिला होने की वजह से वो 8 बजे के बाद किसी से मिल नही पाती थी,वो यह इजाजत नही दे सकती कि लोग उनसे 10 बजे के बाद भी मिलने आए उनका भी परिवार है.
अजमेर पश्चिमी विधानसभा के भाटी मौहल्ले में रामरती (87) के अनुसार घूंघट से बाहर रहने की इजाज़त है. रामरती भी कहती है कि महारानी की सरकार बदली जानी चाहिए, “महार पोता सोलहवीं क्लास पढ़ लिया मगर नौकरी नही मिली”.
अजमेर में एक बच्चों के डॉक्टर के बाहर कुछ महिलाएं सड़क के किनारे अपने बच्चो को गोद मे लेकर बैठी है,पहली बार देखने पर यह कन्फ्यूजन होता है कि यह गरीब भिखारिन है,मगर नजदीक जाकर पता चलता है कि यह तो डॉक्टर से अपने बच्चों का इलाज कराने आई है,औरतों को नीचे जमीन पर कहीं भी बैठ जाना आम बात है उन्हें अपने घरों में भी पुरुषों के बराबर में बैठने की इजाजत नही है,वो तेज आवाज में बात नही कर सकती और परपुरुष से उनकी इजाज़त के बिना बोल नही सकती है,इसलिए हमारे किसी भी सवाल का जवाब नही मिलता है!
महिलाओं का ये हाल उस प्रदेश में जिसको एक महिला चला रही हो.
जयपुर से पुष्कर जाने वाली बस में बहुत सी महिलाएं पूरी तरह घूंघट में छिपी है यही राजस्थान की संस्कृति है. उनका चेहरा नही देख सकते और न ही वो बात करती है. फ़ोटो खींचने के लिए उनके साथ वाले पुरुष सहयात्री साफ इंकार करते है. मगर वो कहते है “महारानी वसुंधरा औरत तो यह बात तो सच है वो यहां की बहू है और बहुओं का घूंघट में रहना ही अच्छा है”.
जयपुर से अजमेर के 135 किमी मार्ग पर सिर्फ भाजपा का झंडा और होर्डिंग मिलते है,यह भी इत्तेफाक है कि कांग्रेस का झंडा लगे एक गाड़ी भी उधर नही गुजरती, बस यात्री सचिन मेघवाल (27) कहते है”भले ही आपको प्रचार में कांग्रेस दिखाई न दे मगर लोगो के दिलो में बस एक ही बात है और वो महारानी को मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतारना.
अजमेर तक सैकड़ो गाय सड़क के किनारे टहलते मिल जाती है बिट्टू(51) हमें बताते हैं कि वसुंधरा राजे सरकार में गोवंश को लेकर किए गए सब वादे झूठे साबित हुए है,गाय माता सड़को के किनारे आवारा घूमती और गंदगी से अटी पड़ी गलियों में पॉलिथीन खाती रहती है,यहां गोशालाओं के नाम पर बड़ा गड़बड़झोला हुआ है।महारानी का आचरण ईमानदाराना नही रहा है उन्होंने अपने लोगो को लाभ पहुंचाया और आमजनता को बुरी तरह से नजरंदाज किया।
शायद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के खिलाफ लहर राजस्थान से बाहर भी हैं. हालांकि इससे कुछ असर नहीं पड़ना. अपनी बेटी को कॉलेज छोड़ने जा रहे इटावा के सुरेश यादव (54) कहते है जिस राज्य में महिलाएँ इतनी अधिक कैद में है वहां की महिला मुख्यमंत्री को खुद को एक कमजोर औरत बताना शोभा नहीं देता यह बेहद नकारात्मक है ऐसी सरकार को बदल जाना चाहिए।
दूदू विधानसभा के राजेश भाटी(44) एक ट्रेवल एजेंसी चलाते है उनके मुताबिक मोदी और वसुधंरा के राज ने राजस्थान की बुरी हालत कर दी है यहां बहुत अधिक म्हणगाई है टूरिस्ट कम आने लगे है,सरकार ने अपने लोगो का पेट पूरी तरह भर दिया।यहां भ्रस्टाचार चरम पर पहुंच गया।
राजस्थान में खनन एक बड़ा मुद्दा है राजेश हमें एक वीडियो दिखाते है जिसमे वसुंधरा राजे अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्हें निर्देश दे रही है कि लोगो को धार्मिक मामलों में उलझा दिया जाए जिससे उन्हें बजरी खनन के बारे में सवाल पूछने का मौका न मिले वसुंधरा सरकार पर अपने लोगो को खनन कराकर अवैध तरीके से धन इकट्ठा करने का आरोप है ,सड़को पर अभी भी गधे बजरी और रेत धोते हुए दिख जाते है।
उनके पास में उदास खड़े नरेश की कुछ दिन पहले ही शादी हुई है, वो कहते है”मीडिया ने सब बिगाड़ कर रख दिया है वो बेरोजगारी और जनता की कठनाई वाली बातों को नही दिखाता है,टीवी पर सब मोदी का गुणगान करते है और हिन्दू मुसलमान और मंदिर मस्जिद की बात करते है,कोई नही पूछ रहा कि रोजगार कहाँ है!हम बस यह सरकार बदलना चाहते हैं!