दलित समाज के ढोंगी नेता दलित अत्याचारों पर खामोश क्यों? —लक्ष्य

TwoCircles.net News Desk


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लखनऊ : महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव की घटना को लेकर देश भर के दलितों में गुस्सा बढ़ने लगा है.

दलितों के बीच काम करने वाली ‘लक्ष्य’ नामक एक संस्था के लखनऊ स्थित गावं चौखडी खेड़ा टीम ने बीते कल 3 जनवरी को प्रदर्शन किया. ये आक्रोशप्रदर्शन महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में दलित समाज पर हुए क़ातिलाना हमले के विरोध में था. इसमें गावं के युवाओं ने मोर्चा संभाला और गावं के बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया.

इस संस्था से जुड़े अधिकारियों ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि दलित समाज के साथ इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर केन्द्र की मोदी सरकार और महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने जल्द ही कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं किया तो ‘लक्ष्य’ पूरे देश में आन्दोलन चलाएगी.

लक्ष्य युथ कमांडर अखिलेश गौतम, जगत सिंह, मोहित यादव, मोहित रावत आशीष गौतम ने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि, 70 वर्षों की आज़ादी के बाद भी दलित समाज आज भी गुलामी वाला ज़िन्दगी जी रहा है. और इस तरह की घटना पर सरकारें चुप बैठी हुई हैं, इससे लगता है कि उनकी नियत में खोट है.

उन्होंने कहा कि, हमारे राजनेता जो समाज में बड़ीबड़ी बातें करते हैं, आरक्षण बचाने का ढोंग करते हैं और सरकारों की गोद में गुलामों की तरह बैठे हैं. इस प्रकार की अमानवीय घटना पर अपना मुंह तक नहीं खोलते हैं.

उन्होंने चेतावनी वाले शब्दों में कहा कि अब आप लोगों की दुकान ज़्यादा समय तक चलने वाली नहीं, क्योंकि अब बहुजन समाज काफ़ी हद तक जागरूक हो गया है. किसी भी प्रकार के अत्याचारों को सहन नहीं करेगा और इन अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब देगा. भविष्य में बहुजन समाज इन नेताओं को सबक़ सिखाएगा.

लक्ष्य कमांडर जितेंदर गौतम, अविनाश कुमार तूफानी, राकेश कुमार, रूबी गौतम, ममता गौतम बनम गौतम ने भी अपने विचार रखें और इस आंदोलन को और मज़बूत करने की बात कही.

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