आस मुहम्मद कैफ़, TwoCircles.net
सहारनपुर : भीम आर्मी ने अपने सुप्रीमो चंद्रशेखर रावण की रिहाई को लेकर अब सख़्त फैसले लेने शुरू कर दिए हैं. 18 फ़रवरी को सहारनपुर में विशाल शक्ति-प्रदर्शन के दौरान जो संकेत दिए गए थे, अब उसका औपचारिक ऐलान कर दिया गया है.
भीम आर्मी के सर्वाधिक प्रभावशाली क्षेत्र सहारनपुर डीएम को पत्र लिखकर भीम आर्मी ज़िला अध्यक्ष कमल वालिया ने 8 मार्च को गिरफ्तारी देने का ऐलान किया है. वहीं आज मुज़फ़्फ़नगर में भी भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय पर पहुंचकर नारेबाज़ी की और 8 मार्च को सामूहिक गिरफ्तारी देने की बात कही है. हरिद्वार में भी कल भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने इसकी घोषणा कर दी है. शामली में भी डीएम को भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन दिया है.
शामली में भीम आर्मी से जुड़े अविनाश गौतम ने TwoCircles.net से बताया कि, लड़ाई अब दलित अभिमान की हो गई है. अगर यहां से चुप्पी साध ली गई तो कभी कोई चन्द्रशेखर नहीं बनेगा और दलितों पर अत्याचार की पुरानी कहानी फिर दोहराई जाएगी.
बताया जा रहा है कि 8 मार्च को गिरफ़्तारी की घोषणा भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने की है. विनय रतन सिंह अभी तक फ़रार है और उस पर 12 हज़ार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है.
भीम आर्मी के प्रवक्ता मंजीत कोटियाल बताते हैं कि, देशभर जहां-जहां भी भीम आर्मी के कार्यकर्ता हैं, वो सभी 8 मार्च को चंद्रशेखर भाई के ख़िलाफ़ हो रही ज़्यादती के विरोध में गिरफ्तारी देंगे.
सहारनपुर के भीम आर्मी जि़िला अध्यक्ष कमल वालिया ने TwoCircles.net के साथ बातचीत में बताया कि, उनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ता गिरफ्तारी देंगे और देशभर में यह संख्या हज़ारों में होगी.
इस बीच चंद्रशेखर ने भी जेल से एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें अपने समाज से हिम्मत न हारने की बात कही हैं. चंद्रशेखर की इस चिठी से दलित युवाओं में उत्साह है.
जेल से लिखी चिट्ठी में चन्द्रशेखर ने लिखा है कि सरकार उसे उसके इरादों से डिगा नहीं पाएगी, मगर उसे निर्दोषों को जेल भेजने से बहुत तकलीफ़ पहुंची है.
चंद्रशेखर के वकील हरपाल जीवन कहते हैं, उनको अदालत ने हर मामले में ज़मानत दे दी है. अब वो सिर्फ़ सरकारी शक्ति के दुरूपयोग से जेल में बंद है, मतलब यह सीधे अत्याचार है.