Home Dalit चन्द्रशेखर की रिहाई को लेकर हिमांशु कुमार की पदयात्रा आज सहारनपुर पहुंचेगी

चन्द्रशेखर की रिहाई को लेकर हिमांशु कुमार की पदयात्रा आज सहारनपुर पहुंचेगी

TwoCircles.net Staff Reporter

मुज़फ़्फ़रनगर/सहारनपुर : भीम आर्मी सुप्रीमो चन्द्रशेख़र की रिहाई के लिए मानवधिकार कार्यकर्ता हिमांशु कुमार की पदयात्रा आज सहारनपुर पहुंच जाएगी.

हिमांशु कुमार फिलहाल सहारनपुर से लगभग 18 किमी दूर नांगल पहुंच चुके हैं. आज सुबह सहारनपुर में होंगे और यहां सहारनपुर जेल में इनकी मुलाक़ात चन्द्रशेखर ‘रावण’ से होगी. 

TwoCircles.net से बातचीत में हिमांशु कुमार बताते हैं कि बुधवार को भीम आर्मी के साथी मेहर दास और टिंकू कपिल से हमारी मुलाक़ात हुई. ये दोनों साथी सुबह सहारनपुर जेल में चंद्रशेखर से मुलाक़ात करने गए थे. उन्होंने चन्द्रशेखर से हमारे पद-यात्रा के बारे में बताया. इस पर खुद चन्द्रशेखर ने इन दोनों साथियों को मेरे पास मिलने के लिए भेज दिया. यक़ीनन कल हमारी मुलाक़ात जेल में अवैध रूप से बंद साथी चंद्रशेखर से होगी.

हालांकि चन्द्रशेखर से वो मिल पाएंगे, इसमें संशय है, क्योंकि जिग्नेश मेवाणी को भी कई प्रयास के बाद अब तक चंदशेखर से मिलने नहीं दिया गया है.

हिमांशु कुमार कहते हैं, उत्तर प्रदेश सरकार ने खुद को अदालत से ऊपर घोषित कर दिया है. याद रहे संविधान जनता की संपत्ति है, सविंधान और क़ानून बचाने की लड़ाई हम लड़ रहे हैं. सरकार डराने के नए तरीक़े खोजती रहती है, मगर मैं नहीं डर रहा हूं. चन्द्रशेखर को अदालत ने ज़मानत दे दी है, मगर उसके बाद भी वो रासुका के ग़लत इस्तेमाल से जेल में बंद है. इससे सरकारी नियत का साफ़ पता चलता है. अन्याय के ख़िलाफ़ मेरा संघर्ष जारी रहेगा. मेरी हिम्मत मेरे साथ चलने वालों की संख्या पर निर्भर नहीं करती.

इससे पहले देवबंद पहुंचे हिमांशु कुमार ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर 28 मुक़दमे हैं, मगर अदालत से ज़मानत मिलने के बाद भी चन्द्रशेखर को गैर-सवैंधानिक तरीक़े से जेल में रखा गया है.

बता दें कि गांधीवादी मानवधिकार कार्यकर्ता हिमांशु कुमार मुज़फ़्फ़रनगर के मूल निवासी है और अब हिमाचल प्रदेश में रहते हैं. उनके परिवार ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाई है. इन्होंने 5 मार्च को हिमांशु कुमार ने दिल्ली के राजघाट यानी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल से चन्द्रशेखर रावण की रिहाई के लिए अपने एक दर्जन साथियों के साथ यह पदयात्रा शुरू की थी, लेकिन अब इस पद-यात्रा में सिर्फ़ तीन लोग ही बचे रह गए हैं. 17 मार्च को सहारनपुर में इस पदयात्रा का समापन होगा. यहां हिमांशु कुमार लोगों को संबोधित करने के साथ-साथ भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के साथ मुलाक़ात भी करेंगे.