Home Dalit मुजफ्फरनगर में इज्जत के लिए दलित युवक का क़त्ल

मुजफ्फरनगर में इज्जत के लिए दलित युवक का क़त्ल

आस मोहम्मद कैफ, TwoCircles.net

मुजफ्फरनगर : शहर की बचन सिंह कॉलानी में 19 साल के एक दलित युवक को ऊंची जात की लड़की से मोहब्बत करने की दर्दनाक सजा मिली है. युवती के बुलावे पर उसके घर पहुंचे युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. लड़की के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है उसने घर की इज्जत के लिए हत्या करना स्वीकार किया है.

इस सनसनीखेज वारदात से इलाके में सन्नाटा पसरा है. मारे गए युवक का नाम विकास कुमार था जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ठीक करने का काम करता था. उसके पिता रामकुमार एक स्थानीय फैक्ट्री में काम करते हैं. वो मूल रूप से देवबंद के साधन खुर्द गांव के रहने वाले हैं. मुजफ्फरनगर की बचन सिंह कॉलोनी में यह परिवार किराये पर रहता है. घटना के बाद से ही विकास की माता प्रभा देवी बदहवास है अब यह परिवार मुजफ्फनगर से पलायन करने की बात कह रहा है.

Twocircles.net से बातचीत में रामकुमार जाटव (45) बताते है कि “सोमवार की रात लगभग 10 बजे उन्हें पुलिस का फोन आया मैं घबरा गया मुझे तुरंत अस्पताल पहुंचने के लिए कहा गया वहां मुझे एक लाश दिखाई गई जो मेरे बेटे की थी मैं तो पागल हो गया उसके सिर में गोली मारी गई थी. मेरा बेटा मर चुका था पुलिस ने बताया हमारे घर से लगभग 100 मीटर दूर एक दूसरी गली के अनिल गुप्ता ने मेरे बेटे की हत्या कर दी है.पुलिस को सूचना खुद अनिल गुप्ता ने दी थी उसने कहा था कि हमारे घर मे बदमाश आ गए थे उन्होंने लूट करने की कोशिश की जिसमे एक मारा गया मगर पुलिस ने उनका झूठ एकदम से पकड़ लिया.

इसी दिन एक घण्टा पहले मेरे लड़के को उसके फोन पर एक कॉल आई थी उसे किसी ने बुलाया था मैंने उसे जाने के लिए मना किया उसने कहा अभी आ रहा हूँ पुलिस ने पता लगा लिया यह फोन कॉल अनिल गुप्ता की बेटी की थी.ये दोनों पिछले 6 महीनो से संपर्क में थे मैं नही जानता इनमे दोस्ती किस तरह हुई अब मेरा बेटा भी नही है उससे भी नही पूछ सकता .

पूरी बात का खुलासा करते हुए नई मंडी कोतवाली प्रभारी हरशरण शर्मा कहते है “सोमवार की रात में हमें फोन आया था कि बचन सिंह कॉलानी में बदमाश आ गए हैं वहां एक बदमाश मर गया है मौके पर पहुंचे तो 18 /19 साल का एक नोजवान के सर में गोली लगी थी गोली करीब से मारी गई प्रतीत होती थी. लड़के का कोई आपराधिक इतिहास नही था हमे मकान मालिक के हाव भाव पर सन्देह हुआ.पूछताछ में उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया उसने बताया कि उसने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए यह क़त्ल किया.

मर्तक विकास के परिजनों का कहना है इस घटना के बाद विकास की दोस्त लड़की भी गायब है हो सकता है उसके साथ भी अनिष्ठ ना हो गया हो. विकास के पिता एक सरिया की फैक्ट्री में मजदूरी करते है उनके दूसरे बेटे की पिछले साल बुखार से मौत हो गई थी.

विकास की मां प्रभा देवी (43) बदहवास है वो कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नही है जब रामकुमार हमे विकास की मौत की कहानी सुनाते है तो प्रभा रोने लगती है तब रामकुमार की अपनी पत्नी को कही गई यह बात बहुत मार्मिक लगती है “तू रो मत वरना मैं भी रोने लगूंगा”.

प्रभा देवी बस यह कहती है “अब हम यहां से चले जायेंगे अगर मेरा लड़का उनकी लड़की से मिल रहा था तो वो हमसे शिकायत करते, क्या यह इतना बड़ा गुनाह था कि उसको गोली मार दी वो ऊंची जात है इसलिए उनकी बदनामी हो रही थी तो हमे कहते हम घर छोड़कर चले जाते.

रामकुमार एक और तकलीफदेह बात बताते है वो कहते है “हम कमजोर और गरीब है इसलिए हमारे बेटे की जान ले ली और कल एक बड़े आदमी यह कह रहे थे कि फैसला कर लो गलती तो तेरे बेटे की ही थी, क्या गलती थी मेरे बेटे की! कोई ऊंची जात का अमीर लड़का उनकी लड़की का दोस्त बन जाता तो तब भी वो ऐसा ही करते, हमे मलाल है हमारी जात और गरीबी की वजह से हमारे बेटे की जान गई है.