देश के गृह मंत्री कोरोना पॉजिटिव है। उत्तर प्रदेश के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को भी कोरोना है। बीजीपी के मुख्य सचेतक योगेंद्र उपाध्याय ,कानून मंत्री बृजेश पाठक की पत्नी नम्रता पाठक को भी कोरोना है।
हिना मंसूर Twocircles.net के लिए
उत्तर प्रदेश में क्राइम और कोरोना दोनों बेलगाम हो चुके हैं। विपक्षी दलों का यह आरोप खुद ब खुद सही साबित हो रहा है। कोरोना ने आज उत्तर प्रदेश सरकार को निजी तौर पर गहरी चोट दी है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सरकार में शामिल मौजूदा कैबिनट मंत्री कमल रानी वरुण की कोरोना से संक्रमित होने के बाद आज सुबह मौत हो गई है। उन्हें लखनऊ के एसजीपीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था,एक पखवाड़े से उनका इलाज़ चल रहा था। वो सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री थी।
कमल रानी वरुण कानपुर के घाटमपुर से विद्यायक थी। उनके पति आरएसएस में बेहद पर प्रभावशाली बताएं जाते हैं। ख़बर यह भी है कि कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स भी कोरोना पॉजिटिव पाएं गए हैं । कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल भी होम आइसोलेशन में बताएं जाते है।
उत्तर प्रदेश सरकार कोविड के महासंकट के बीच लगातार अपनी पीठ थपथपा रही है। 1677 मौत हो चुकी है। 20 करोड़ की आबादी के साथ यह तादाद कम लगती है मगर ज़मीनी सच्चाई इससे बिल्कुल अलग दिखाई देती है। विपक्ष इसे आंकड़ो की बाजीगिरी बता रहा है और कांग्रेस की प्रियंका गांधी इस पर काफी मुखर है। अस्पतालों में कोरोना के मरीजों की देखभाल को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही है। लखनऊ ,कानपुर और मेरठ अब तक के सबसे बदतर हालात से सामने कर रहे हैं। गिने-चुने अस्पतालों में ही वेंटिलेटर सुविधा उपलब्ध है। मरीजों को धक्के खाने पड़ रहे हैं। इलाज़ के अभाव में मौते हुई और अस्पताल में सुविधाएं के न होने पर शिकायतें मिली है। अस्पतालों में बेड नही है और कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती करवाना एक टेढ़ी खीर बन गया है। अस्पतालों में बेड खाली नही है।
मेरठ के जमील मलिक बताते हैं कि 15 दिन पहले उनके बहनोई जाहिद को कोरोना पॉजिटिव बताया गया था। इसके बाद उन्हें मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज में भेज दिया गया। यहां कोरोना मरीजों का केंद्र है। वहां वो चार घण्टे तक बाहर बैठे रहे मगर उन्हें भर्ती नही किया गया। हमें दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया और हम लगातार एम्बुलेंस बुलाते रहे। थक-हार कर हमनें उन्हें अपनी गाड़ी से दूसरे सरकारी अस्पताल लेकर गए वहां बहुत अधिक प्रयासों के बाद उन्हें भर्ती कराया गया। मेरठ के ही कब्र खोदने वाले खुर्शीद बताते हैं कि वो चार महीने से घर नही जा पाएं है।उन्हें छुट्टी नही मिल पा रही है। क़ब्रिस्तान में लाशें आने का सिलसिला लगातार जारी है आप सिर्फ सरकारी आंकड़ों पर मत जाइए।
मेरठ के बाद बाद सबसे भयावह स्थिति कानपुर और लखनऊ की है। यहां भी हालत नियंत्रण से बाहर हो चुके हैं। सहारनपुर में फ़िल्म अभिनेता इनामुलहक के ससुर शायर रंगकर्मी सरदार अनवर की कोरोना से मौत में स्थानीय अस्पताल प्रशासन की भी भारी लापरवाही सामने आई है। इनामुल हक़ मशहूर अभिनेता है मगर उनके तमाम प्रयासों के बावजूद वेंटिलेटर न होने से उनके ससुर की कोरोना से मौत हो गई। इनामुलहक के मुताबिक उनके ससुर को डेढ़ घण्टे तक एम्बुलेंस में रखा गया और काग़ज़ तैयार करने में अनावश्यक देरी हुई जिसके बाद उनकी गाड़ी में ही मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश में मौलाना साद के ससुर मौलाना सलमान और जमीयत उलेमा ए हिन्द के सूबे के सदर मौलाना ओसामा कानपुरी की भी कोरोना से मौत हो चुकी है।उत्तर प्रदेश में 24 घण्टों में 47 मौत हुई है। उत्तर प्रदेश के बरेली,प्रयागराज और गोरखपुर से भी लगातार मौत की ख़बर आने लगी है। पिछले 24 घण्टे में 3807 नए मामले सामने आए हैं और यह आंकड़े अपर मुख्य सचिव चिकित्सा अमित मोहन प्रसाद ने जारी किए है।
कानपुर में अब तक 202 मौतें हो चुकी है। मेरठ में 108 एयर लखनऊ में 101 लोग कोरोना से मर चुके हैं। यह हालात बेहद चिंताजनक है। इसी सप्ताह लखनऊ में कोरोना को लेकर अजीब और शर्मनाक घटना हुई। एक साथ कोरोना के सैकड़ों मरीज़ केजीएमयू पहुंच गए इसके बाद वहां हड़कंप मच और अस्पताल कर्मियों ने खुद को बचाने के लिए छिपा लिया। लखनऊ के सीएमओ ने खुद को आइसोलेट कर लिया। अब यह सीएमओ हटा दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण के निधन के बाद जारी बयान में एसजीपीआई के निदेशक ने कहा है कि उन्हें बहुत उच्च स्तर का संक्रमण था। उन्हें यहां 18 जुलाई को भर्ती कराया गया था।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने इस पर अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि वो उत्तर प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात भयावह हो चुके हैं।वो लगातार इसे लेकर चेता रही हैं स्थिति गंभीर होती जा रही है। सेम्पल रिपोर्ट आने में एक सप्ताह लग रहा और अस्पताल बेड की कमी से जूझ रहे हैं।