Staff Reporter, TwoCircles.net
मुजफ्फरनगर।
महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर पहुंची, जहां उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के बाद पुलिस की कार्रवाई से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। प्रियंका गांधी ने शिया धर्मगुरु मौलाना असद रज़ा से एक घण्टे से अधिक समय तक बात की।यहाँ वो दूसरे पीड़ितों से भी मुलाक़ात की।प्रियंका गांधी ने यहां पुलिस की बर्बर कार्रवाई की जमकर भर्त्सना की।यहां प्रियंका गांधी से मौलाना असद रज़ा ने एक प्रतिनिधिमंडल को जेल में भेजकर बच्चों से मिलने की गुज़ारिश की।
गौरतलब है मुजफ्फरनगर में पुलिस ज्यादत्ती की आवाज़ें दुनिया भर में गूंज रही है जिसको लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओ ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है।पत्रकारों से बातचीत में प्रियंका गांधी ने कहा कि “मुश्किलें के इस वक़्त में इन सभी परिवारों के साथ मैं खड़ी रहूंगी।”
प्रियंका ने रुकैया परवीन नामक उस युवती से भी मुलाकात की, जिसकी शादी होने वाली है। रुकैया के परिवार का आरोप है कि पुलिस उनके घर में घुसी और बहुत सारा समान ले गयी।उसका दहेज के सामान तहस नहस कर दिया गया और उसकी 4 जनवरी को होने वाली शादी भी टल गई ।
प्रदेश में हुई हिंसा के सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा कि मैंने राज्यपाल को एक बहुत लंबी चिट्टी भेजी है। उसमें पूरी डिटेल है। पुलिस ने लोगों को जिस तरह से बर्बरता की है उसकी जैसी घटना देेेखने में नही आती है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि पुलिस ने बच्चों को भी जेल में डाला है जो कि बहुत गलत है।
इसके अलावा पाकिस्तान में गुरुद्वारा पर हुए पथराव के सवाल पर प्रियंका ने कहा कि जहां- जहां गलत होता है। वह गलत है। गलत काम किसी को नहीं करना चाहिए।
बता दें कि प्रियंका गांधी का काफिला नहर की पटरी से होते हुए मुजफ्फरनगर पहुंचा है। कांग्रेसियों के अनुसार प्रियंका गांधी उपद्रव में मारे गए मृतक के परिजनों से मुलाकात करेंगी। यह भी बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी वापस लौटते वक्त मेरठ होते हुए जाएंगी।प्रियंका ने कहा कि मौलाना असद रज़ा हुसैनी ने मुझे बताया कि पुलिस ने मदरसे के अंदर घुसकर छात्रों को बेरहमी से पीटा और फिर बच्चों को जेल में डाल दिया। प्रियंका ने कहा कि पीड़ितों में किसी का हाथ टूटा हुआ है और किसी के टांगों में पट्टी हुई है। प्रियंका के अनुसार पीड़ित लोगों का कहना है कि पुलिस ने घरों में घुसकर लोगों के साथ मारपीट की है।
वहीं प्रियंका गांधी दूसरे परिवार नूर मोहम्मद के यहां पहुंचीं। जो कि पुलिस की गोली का शिकार बना था। यहां पीड़ितों का हाल देख प्रियंका ने कहा कि यह बहुत ही दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि पीड़िता सात माह की गर्भवती हैं और उसके छोटी सी एक बच्ची है। प्रियंका ने कहा हम कोशिश करेंगे कि जहां- जहां अन्याय हुआ हम वहां जाएंगे और पीड़ित लोगों की मदद करेंगे। उनका कहना है कि पुलिस का काम जनता की सुरक्षा करना है लेकिन यहां तो उल्टा हुआ है।
मौलाना असद रज़ा से मुलाक़ात के बाद उनके बेटे मोहम्मद हुसैनी ने हमे बताया कि वो प्रियंका जी के आने से उनको बहुत अधिक हिम्मत मिली है।वो स्थानीय नेताओं के रवैया से भी नाराज़ है जो उनके उत्पीड़न पर आवाज़ नही उठा पाएं जबकि प्रियंका जी दिल्ली से यहाँ आ गई।प्रियंका गांधी आज सुबह अचानक मुजफ्फरनगर पहुंच गई उनके साथ कांग्रेस नेता इमरान मसूद और पंकज मलिक भी थे।
इसके बाद प्रियंका गांधी ने मेरठ में मर्तको के परिवार वालों से मुलाक़ात की।यहाँ 7 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी।इनमें से 5 मेरठ के ही रहने वाले थे।यहाँ प्रियंका गांधी से मुलाक़ात के लिए सभी परिजनों को शहर से बाहर एक अलग कॉलानी में लाया गया था।प्रियंका को शहर में अंदर जाने की अनुमति नही दी गई थी।इससे पहले प्रियंका गांधी ने बिजनोर में भी पीड़ितों के घर जाकर मुलाकात की थी ।