Home India News ABVP के गुंडों ने की एक बार फिर जेएनयू में तोड़फोड़-मारपीट

ABVP के गुंडों ने की एक बार फिर जेएनयू में तोड़फोड़-मारपीट

मीना कोटवाल, Twocircles.net

केन्द्रीय विश्वविद्यालय जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में आज शाम को एक बार फिर हंगामें की खबर आ रही है. कैम्पस में मारपीट भी हुई है.

जेएनयू के कुछ विद्यार्थियों का कहना है कि एबीवीपी के कुछ लोग कैम्पस में दाखिल हुए और डंडे से मारने लगे और कुछ ने पत्थरबाज़ी भी की.

 

बासपा के समर्थक स्नेहाशीष ने बताया कि आज इस सेमेस्टर के रेजिस्ट्रेशन करवाने का आखिरी दिन था. बहुत कम लोग आ रहे थे क्योंकि लोगों ने अभी भी बड़ी हुई फीस का बॉयकॉट किया हुआ है. कल यानि शनिवार को भी एबीवीपी के कुछ लोग तोड़फोड़ करने आए थे. लेकिन आज कुछ लोग बाहर से भी बुलाए गए.

साबरमती हॉस्टल में कुछ लोगों को हाथ में डंडा लिए और हाथ में डंडा लिए दिखाई दिए, जो विद्यार्थियों को अचानक मारने लगे और तोड़फोड़ करने लगे. लेफ्ट और बासपा के विद्यार्थियों का कहना है कि ये एबीवीपी के ही गुंडे हैं जो पिछले कुछ दिन से आ रहे हैं.

जेएनयू के पेरियार हॉस्टल के सामने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी गई. इसमें कुछ लोग घायल हो गए हैं. घटना के बाद कैंपस में पुलिस पहुंची है. घटना में कई छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं. वहीं कई छात्रों को पुलिस अपने साथ ले गई है.

सोशल मीडिया पर खबर फैलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया ट्विटर पर ट्वीट किया है. “जेएनयू में हिंसा की ख़बर सुनकर हैरान हूँ. छात्रों पर बर्बर हमला किया गया. पुलिस को तुरंत इस हिंसा को रोकना चाहिए और शांति बहाल होनी चाहिए. यह देश आगे कैसे बढ़ेगा अगर छात्रों को उनके यूनिवर्सिटी कैंपस में भी सुरक्षित नहीं रखा गया?”


सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने भी ट्विटर पर छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष के ट्वीट को रिट्वीट कर सवाल उठाया है कि, “ये वीडियो बताता है कि आरएसएस और बीजेपी इस देश को क्या बनाना चाहते हैं. पर हम उन्हें यह करने नहीं देंगे.”

 

आइशी घोष को काफ़ी घंभीर चोट लगी है. उन्होंने जो वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है, उसमें उन्हें कहते सुना जा सकता है कि ‘मेरे ऊपर बर्बर तरीक़े से हमला हुआ है. हमलावर नकाबपोश थे. देखिए कैसे ख़ून निकल रहा है. मुझे बुरी तरह से मारा गया है.’

जेएनयू का मैन गेट पुलिस ने बंद कर दिया है जिसके कारण बारहर से मीडिया वाले भी अंदर नहीं जा पा रहे हैं. फिलहाल सात एंबुलेंस जेएनयू में विद्यार्थियों के लिए भेजी गई है.

कहा जा रहा है कि ये पूरा मामला प्लान्ड था, जिसके लिए बाहर से लड़को को बुलाया गया था.

 

Prof sucharita sen who has been attacked by ABVP goons Satender awana, CPS prof Tapan bihari affiliated with RSS

Latest Update: 15 से 20 छात्र एम्स ट्रॉमा में एडमिट बताए जा रहे हैं. इनमें से दो छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं.

इसके साथ ही एबीवीपी के छात्र भी लेफ्ट छात्र संगठन पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं.
पुलिस का कहना है कि वो मारपीट करने वाले गुंडों का पता लगा रही है और अभी जेएनयू में अंदर स्थिति कंट्रोल में हैं.
यूनिवर्सिटी के छात्र डरे हुए हैं और कई छात्रों ने खुद को हॉस्टल में बंद कर लिया है.
पुलिस अब कैम्पस में दिखिल हो गई, कहा जा रहा तोड़फोड़ के समय पुलिस को कैम्पस में आने से रोक दिया था. मीडिया को अभी रोका जा रहा है.
Update at 10.15pm: मुख्य गेट के बाहर योगेंद्र यादव भी पहुंचे हुए हैं, जिनका आरोप कहै कि मुझे टीचर से बात नहीं करने दी जा रही, गुंडों ने मुझे भी मारा है.

उनका कहना है कि अगर जेएनयू के मुख्य गेट के बाहर ये हाल हे तो अंदर तो और भई बुरे हालात होंगे, जहां कैमरे भी नहीं हैं.
एक टीचर भी इन सब में घायल हो गई. पुलिसबल भारी संख्या में पहुंच चुका है.
पुलिस का कहना है कि उन्होंने जेएनयू में फ्लैग मार्च निकाला. लेकिन पुलिस ने अभी तक एक भी गुंडे को नहीं पकड़ा. अभी तक साफ नहीं हो पाया कि आखिर वो कौन लेग थे और उन्हें किनका साथ मिल रहा है.
जेएनयू कैम्पस के बाहर लगातार विद्यार्थी नारे लगा रहे हैं. अलग अलग संगठन और अलग- अलग विचारधारा के लोग अपने अपने नारे लगा रहे हैं. कोई भारत माता की जय के नारे, टुकड़े-टुकड़े गैंग के खिलाफ़ नारे लगा रहा तो कोई एबीवीपी और आरएसएस के खिलाफ नारे लगा रहा है.
कहा जा रहा है कुछ मीडिया के लोगों से भी मारपीट हुई हैं. सोशल मीडिया पर लगातार बड़े नामी लोग ट्वीट कर रहे हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने भी पुलिस से बात की है और पूरे मामले की जानकारी मांगी है.

 

(This story is in progress and will be updated as and when we get more information)