स्टाफ़ रिपोर्टर । Twocircles.net
उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था की नाकामी को लेकर अब बड़े सवाल खड़े होने लगे हैं। इस समय बहुजनों के उभरते हुए युवा नेता चंद्रशेखर आज़ाद ने एक गंभीर मांग खड़ी कर दी है।आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को पत्र लिखकर चंद्रशेखर आज़ाद ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है।
यह मांग ऐसे समय पर की गई है एक ही सप्ताह में जब उत्तर प्रदेश के कानपुर में राजनीतिक संरक्षण में पले बढ़े एक अपराधी विकास दुबे द्वारा पुलिसकर्मियों पर हुए योजनाबद्ध तरीके से किए गए हमले में 8 पुलिसकर्मियों को शहादत मिली है और 6 पुलिसकर्मी जिंदगी औऱ मौत के बीच की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रयागराज में बेहद दर्दनाक तरीके से एक परिवार के चार लोगों की हत्या हुई है। मेरठ में पिता पुत्री की दुस्साहस करते हुए हत्या कर दी गई और ग़ाज़ियाबाद में भी दो लोगो को मौत के घाट उतार दिया गया।कानून व्यवस्था का आलम यह है कि वाराणसी में सरेआम भाजपा नेता पुलिसकर्मियों को पीट रहे हैं।
राज्यपाल को भेजे पत्र में चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया है कि उत्तर प्रदेश राज्य में बेगुनाहों पर हत्या,बलात्कार और अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। यह वो नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर कह रहे हैं। खासकर महिलाओं,दलितों पर अत्यधिक अत्याचार हो रहे हैं। लॉकडाऊन के दौरान लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर और बुलंदशहर में अधिकतम अपराध हुए हैं।शहरों में बढ़ते अपराधों पर कोई प्रतिबंध नही है। सरकार के हर व्यक्ति के जीवन की रक्षा के लिए बुनियादी संविधानिक कर्तव्य की धज्जियां उड़ रही है। उत्तर प्रदेश अपराधियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है। लोग कह रहे हैं कि अब उत्तर प्रदेश आपराधिक राज्य के तौर पर जाने जाना लगा है। 31जनवरी 2020 के बाद से एक भी फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन नही हुआ है।दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं और लगभग 33 घटनाएं रोज हो रही है।
चन्द्रशेखर राज्यपाल को लिखे पत्र में उत्तर प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि मुसलमानों ने उत्तर प्रदेश सरकार में पूरी तरह विश्वास खो दिया है। वो अब सुरक्षित महसूस नही कर रहे हैं।जनता की सुरक्षा करने वाले पुलिसकर्मी खुद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह बेहद गंभीर कानून व्यवस्था की चिंता पैदा करता है,अब सवाल है कि योगी सरकार के शासन के लोगो की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा !
बकौल चंद्रशेखर उन्होंने मांग की है कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल भारत के राष्ट्रपति को यह तथ्य प्रेषित करें और संविधान की धारा 356 के अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने पर तुरंत गौर करें।ऐसा वो इसलिए मांग कर रहे हैं कि राज्य में सरकारी मशीनरी पूरी तरह फेल हो चुकी है।
गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह में उत्तर प्रदेश में बहुत बड़ी आपराधिक घटनाएं सामने आई है इनमे कानपुर में पुलिसकर्मियों पर हुए हमले से पूरा प्रदेश हिल गया है। पुलिसकर्मियों पर हमले का मुख्य आरोपी विकास दुबे अब तक पुलिस के हत्थे नही चढ़ा है। इस हमले में 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। विकास दुबे को तगड़ा राजनीतिक संरक्षण बताया जा रहा है। इस मामले में पुलिस विभाग का ही एक विभीषण प्रकाश में आया है। उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था इस समय बेहद चिंताजनक स्थिति में है और सरकार तमाम विपक्षीदलों की आलोचनाओं का माकूल जवाब नही दे पा रही है।