अहमद खबीर। Twocircles.net
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक दलित युवक के साथ बुरी तरह मारपीट की गई है आरोप स्वर्ण समाज के युवकों पर है। लड़के के पिता का कहना है कि ऐसा जातीय कारणों से किया गया है। मोबाइल फोन बातचीत को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद दलित युवक साथ यह मारपीट की गई है। बुलंदशहर के पहासू थाना के कुंवरपुर गाँव में एक 18 वर्षीय दलित युवक “विशाल” को गाँव के ही दबंगों द्वारा उसके घर में घुसकर पीटा गया है।
विशाल के पिता गोकुल सिंह ने Twocircles.net से बात करते हुए बताया है कि अपने खेत में बाजरे की फसल की निकासी के लिए उन्हें ट्रेक्टर की ज़रूरत थी जिसके लिए उनका 18 वर्षीय पुत्र विशाल गाँव के ही रमेश के घर गया था। वो जुताई व खेतों के अन्य प्रकार काम के लिए के ट्रेक्टर भाड़े पर देता है। उस समय घर पर कोई पुरुष मौजूद नही था। रमेश की बहु विशाल को एक नंम्बर देती हैं कि इसके बाबत इस नम्बर पर बात कर लेना अभी उनके घर पर कोई मौजूद नही हैं इतना कहने के बाद विशाल वापस घर लौट आते हैं और कुछ घण्टों बाद उस नम्बर पर फोन करते हैं फोन रमेश की बहू उठाती हैं और कहती हैं कि तुम हमसे फोन करके बदतमीज़ी कर रहे हो यह बात जैसे ही विशाल के पिता को पता चलती है वह फोन पर माफ़ी भी माँगते हैं हालाँकि उनके मुताबिक़ विशाल ने फोन ट्रेक्टर के लिए किया था उसके बाद शाम को विशाल को फोन पर रमेश के पुत्र दीपू के द्वारा जातिसूचक गालियां दी जाती हैं और रात में क़रीब 11 बजे आठ-दस लोग घर में घुस आते हैं जिनमें से पाँच मुकेश, मोहित, दीपू, सचिन और प्रशांत लाठी डंडों और तारों से विशाल को बेरहमी से पीटते हैं।
विशाल के पिता गोकुल सिंह ने बताया कि उन्होंने पहासू थाने में इन पाँचों के विरुद्ध एफआईआर तो दर्ज करा दी है लेकिन क्या कार्यवाही हुई पुलिस ने इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है । गांव वालों का कहना है कि पुलिस गांव में चक्कर काट रही है मगर कोई गिरफ्तारी नही की गई है।
TwoCricles.net को पहासू थाने के एसएचओ अखिलेश गौर ने बताया कि पाँचों दोषियों पर धारा 506, 504 व अनुसूचित जाति और अनुसूचति जनजाति (अत्याचार निवारक) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।