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सीतापुर। बिखरे हुए बहुजन समाज को सामाजिक जागरूकता से संगठित करके ही मज़बूत बनाया जा सकता है। एक विशाल समाज जिसे हम बहुजन समाज कहते है उसको मुट्ठीभर दूषित मानशिकता वाले लोगो ने अपने फायदे के लिए हजारो वर्षो से हजारो जातियों में बांटकर कमजोर व लाचार बना कर रखा हुआ है। इसके लिए वे मुट्ठी भर दूषित मानशिकता वाले लोग कम ज़िम्मेदार हैं, बल्कि हम बहुजन समाज के लोग ज्यादा ज़िम्मेदार हैं। यह बात लक्ष्य कमांडर मुन्नी बौद्ध, रेखा आर्या व संघमित्रा गौतम ने कही।
लक्ष्य की महिला टीम ने बहुजन जनजागरण अभियान के तहत एक दिवसीय कैडर कैम्प का आयोजन सीतापुर की तहसील लहरपुर के गांव पतरासा में किया गया। इसमें गांव के लोगों ने विशेषतौर महिलाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। लक्ष्य कैडरों में बहुजन समाज की बढ़ती संख्या लक्ष्य के बढ़ते कदमो की ओर इशारा करती है जोकि बहुजन समाज के लिए अच्छे संकेत है। इस कैंप में महिलाओं की भागीदारी से ज़ाहिर हो गया है कि उनमे अब बहुजन समाज के हितों के लिए संगठित होकर काम करने का ज़ज्बा पैदा हो रही है।
इस मौक़े पर संघमित्रा गौतम ने कहा कि बहुजन समाज के लोगो में आत्म विश्वास का बहुत बड़ा आभाव है। वो अपने महापुरुषों की विचारधारा से सहमत तो है लेकिन आत्म विश्वास के आभाव में सोचते है कि यह हो नहीं सकता अर्थात बहुजन समाज देश का हुक्मरान नहीं बन सकता है। यह बात काफ़ी हद तक सत्य भी है, क्योकिं हम लोग जातियों के छोटे छोटे टुकड़ो में बटें हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर बहुजन समाज को देश का हुक्मरान बनना है तो उनको अपने महापुरुषों की विचारधारा को मजबूत करना होगा। साथ ही अपने समाज की सामाजिक जड़ो को मज़बूत करना होगा क्योंकि जिस समाज की सामाजिक जड़े मज़बूत होती है उस समाज की राजनीतिक जड़ें भी मज़बूत होती है।
लक्ष्य कमांडरों ने बहुजन समाज के लोगो से आह्वान करते हुए कहा कि आओ मिलकर बहुजन समाज की सामाजिक क्रांति को मज़बूत करें। लक्ष्य यूथ कमांडर विनय प्रेम भारती ने लक्ष्य संगठन के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि कैसे एक सामाजिक क्रांति को मज़बूत बनाया जा सकता है और सामाजिक क्रांति मजबूत करके उपस्थित चुनौतियों का मुकाबला कर सकते हैं। इस मौक़े पर गांव वासियों ने लक्ष्य की महिला टीम के कार्यो की जोरदार प्रशंसा करते हुए अपने क्षेत्र में लक्ष्य संगठन को मजबूत करने का बात कही।