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मुंबई। एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स (एएमपी) ने दिल्ली हिंसा में अनाध हुए बच्चों की स्कूली शिक्षा का ख़र्च उठाने का ऐलान किया है। मुंबई में एमपी टीम की की विशोष तौर पर बुलाई गई बैठक मे यह फैसला किया गया। बैठक के बाजद एएमपी की तरफ़ से बाक़ायदा बयान जारी करके इस फैसले की जानकारी दी गई। एएमपी बग़ैर धार्मिक और जातीय भेदभाव के सभी बच्चों की मदद करेगा।
एएमपी की तरफ़ से जारी बया4न में इसके अध्यक्ष आमिर इदरीसी ने कहा, “हम इन बच्चों को उनके स्कूली शिक्षा के खर्चों का इंतजाम तब तक करेंगे जब तक वे अपने संबंधित स्कूलों से पास नहीं हो जाते। यह सुविधा सभी प्रभावित बच्चों को उनके धर्म, जाति या पंथ को देखे बग़ैर दी जाएगी।” उन्होंने कहा है कि यह फ़ैसला एएमपी के मार्गदर्शक सिद्धांतों के अनुसार किया गया है।
ग़ौरतलब है कि पिछले महीने 23 फरवरी की रात को शुरू हुए पूर्वी दिल्ली के दंगों में 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हैं। इनमे से ज़्यादातर अभी अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। घरों और संपत्तियों को व्यवस्थित रूप से नुक़सान पहुंचाया गया। आग लगा दी गई और नष्ट कर दिया गया। सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाएं और बच्चे हुए हैं। ऐसे बहुत से लोग इस हिंसा में मारे गए हैं जो कि अपने परिवारों के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे।
एमपी ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में हिंसा पीड़ित लोगों का मदद कर रहे लोगों और ग़ैर-सरकारी संगठनों से अनुरोध किया है कि वो ऐसे अनाथों के विवरण के उससे हमसे संपर्क करें। मदद के लिए मोबाइल नंबर 8291101312 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा ई-मेल आईडी [email protected] पर मेल भेज कर अनाथ हुए बच्चों की डिटेस भेजकर मदद मांगी जा सकती है।
एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स (AMP) सभी मुस्लिम पेशेवरों और स्वयंसेवकों के लिए एक मंच है, जो न केवल मुस्लिम समुदाय, बल्कि बड़े पैमाने पर समाज के समग्र विकास के लिए अपने ज्ञान, बुद्धि, अनुभव और कौशल को साझा करता है, और आगे चलकर वंचितों को जीवन के शैक्षिक, सामाजिक और आर्थिक मोर्चों पर सशक्त बनाने के लिए काम है। एएमपी सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 तहत पंजीकृत एक ऐसी संस्था है जो शैक्षिक और आर्थिक सशक्तीकरण की अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समुदाय को सशक्त बनाने का प्रयास करती है।