मुजफ्फरनगर से Twocircles.net के लिए मोहम्मद वसीम की रिपोर्ट
मुजफ्फरनगर की यह महापंचायत हाथरस में रालोद महासचिव जयंत चैधरी पर लाठीचार्ज होने के विरोध में मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय लोकदल द्वारा बुलाई गई थी। लोकतंत्र महापंचायत में विपक्ष एकजुट नजर आया, जिसमें वक्ताओं ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान जयंत ने मुजफ्फरनगर के लोगों से अपने खून का रिश्ता बताते हुए उनकी भावनाओं को टटोला। जयंत के भाषण से भीड़ में उत्साह नजर आया। इस महापंचायत में समर्थन देने पहुंचे अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं जिनमें हरियाणा के सांसद दीपेन्द्र हुड्डा, सपा के सांसद धर्मेन्द्र यादव, अभय चोटाला, कांग्रेसी नेता इमरान मसूद, पंकज मलिक समेत अनेक वक्ताओं ने सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने जनता को सरकार की कथनी और करनी में फर्क बताया। इस दौरान जयंत चौधरी ने किसानों से कहा कि उनका परिवार एक संस्कारी परिवार है, जिसमें उनके दादा चौधरी चरण सिंह से लेकर उन तक का रिश्ता किसानों के साथ घर जैसा रहा है। अपने भाषण में उन्होंने अपनी दादी, बुआ व बहनों का जिक्र भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में किसी बहन या बेटी के साथ कुछ गलत होगा, तो वह चुप नहीं बैठेंगे, क्योंकि उनकी रगों में चौधरी चरण सिंह का खून दौड़ता है, जिन्होंने हमेशा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की शिक्षा दी है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर के लोग मेरे अपने हैं, जिनसे मेरा खून का रिश्ता है। उन्होंने यहां के लोगों से घर वापसी का भी आह्वान कर डाला।
जयंत ने कहा कि हाथरस में जो वीभत्स कांड के बाद योगी सरकार द्वारा विपक्ष से निदंनीय व्यवहार किया जा रहा है। कांग्रेस के राहुल गांधी व प्रियंका गांधी गये, उनके साथ बदतमीजी हुई। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के साथ पुलिस ने गंभीर अभद्रता की। सपा के लोग गये तो गुंडों की फौज तैयार कराकर उन पर पथराव कराया गया। मेरे साथ जो कुछ हुआ, वह आप सभी ने देखा है। उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण में पल रहे गुण्डे, दलाल हाथरस पीड़िता के परिवार पर तरह-तरह का दबाव बना रहे हैं। इसे अंतर्राष्ट्रीय साजिश का हिस्सा बता रहे हैं। परिवार दहशत में है। सरकार सुरक्षा का नाटक कर रही है। उनके घर में झांककर देखो, योगी जी, बेहद गरीब परिवार है। उनके पास खाने-पाने को कुछ नहीं है। जो था वह छीन लिया गया। बिना परिवार के आधी रात में चिता को आग लगा दी गयी। क्या समाज इसको स्वीकार कर सकता है। जब कोई योगी जी को अपनी पीड़ा बताने जाता है, विकास की बात करना चाहता है तो कह दिया जाता है कि वह पूजा-पाठ कर रहे है। वह गोरखनाथ पीठ के मठाधीश है। जनता से मिलने से कतराते हैं।
इस महापंचायत में रिकॉर्ड भीड़ जुटी और सालों बाद जीआईसी का मैदान पूरी तरह खचाखच भर गया।उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के विरोध में यह पहली रैली है। जयंत ने कहा कि किसानों के लिए चौधरी चरण सिंह व अजित सिंह ने काम करके दिखाया। जितनी चीनी मिल हैं, इनके द्वारा लगायी गयी। छह साल मोदी जी के, साढ़े तीन साल योगी के पूरे हो गये हैं, एक चीनी मिल छोड़ो, एक कोल्हू भी लगाया हो तो बतायें। जयंत ने किसानों को जागृत करते हुए कहा कि इन सरकारों की पोल खुल रही है। अब आपको भी जागना होगा, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। जयंत चौधरी ने चुनाव 2019 की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस भीड़ में जो लोग आये हैं, हो सकता है कि उनमें से ज्यादातर लोग पिछले चुनाव में साथ ना रहे हो, मैं अपने भाईयों से हाथ बढ़ाकर कहता हूं कि अब बहुत हो चुका, अब अपने घर लौटो, यहां आपका सम्मान होगा। उन्होंने कहा कि मेरा यह आह्नान वोट का मसला नहीं है, सम्मान की बात है, इसके लिए अपने भाई की पुकार को सुन ला।
इनेलो हरियाणा के प्रधान महासचिव अभय सिंह चैटाला ने कहा कि मुजफ्फरनगर की धरती चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि है। यहां पर उन्होंने राजनीतिक तौर पर लोगों के बीच जाकर एकजुट किया और उनको ताकत दी। आज फिर समय ऐसा आया है कि जिस प्रकार चरण सिंह ने यूपी के किसानों को एक बिरादरी के रूप में एकजुट किया था, उसी प्रकार जयंत ने इनको एक मंच पर लाने का काम कर दिखाया है। भाजपा सरकारों ने लाठी और गोली के जोर पर किसानों पर अत्याचार किया। सपा नेता और पूर्व सांसद बदायूं धर्मेन्द्र सिंह यादव ने अपने कहा कि हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जाते हुए जयंत चौधरी लाठीचार्ज निंदनीय है। मैं आज यहां पर अपने नेता अखिलेश यादव का संदेश लेकर आया हूं, इसमें उन्होंने कहा है कि जयंत चौधरी चलाई गई लाठी किसान के सम्मान और चौधरी चरण सिंह की विचारधारा पर मारी गयी है। सपा पूरी तरह से अजित सिंह और जयंत के साथ खड़ी है। वह बोले कि अखिलेश यादव ने कहा है कि पश्चिम के नौजवानों से जाकर कहना कि चरण सिंह की जो विरासत है, उसको अजित सिंह मुलायम सिंह ने आगे बढ़ाया है, अब जयंत और अखिलेश उसको आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
कांग्रेस के सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि आज जिस तरह से विपक्षी दलों के नेताओं और आम लोगों को, मीडिया को हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने से रोका गया। लाठीचार्ज किया गया, उससे साबित होता है कि यूपी में आज अहंकारी लोगों की सरकार है। इस अहंकारी सरकार का यह रवैये विपक्ष कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। कांगे्रस जयंत के इस आंदोलन में पूरी तरह से साथ खड़ी है। यूपी में हमारे नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ पुलिस बुरा बर्ताव करती है। पूरे विपक्ष को अनदेखा किया जा रहा है। यह अहंकार भाजपा को भविष्य में भारी पड़ेगा। आज में यहां पर प्रियंका जी का संदेश लेकर किसानों के बीच आया हूं, किसानों के हितों के लिए कांग्रेस पार्टी हर स्तर तक जाने को तैयार है। पंजाब से बड़े आंदोलन की शुरूआत कांग्रेस कर चुकी है।
जयंत चौधरी की इस लोकतंत्र बचाओ रैली को सपा, कांग्रेस, इनेलो हरियाणा, जनता दल सेक्युलर, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ ही शिवसेना, भारतीय किसान यूनियन और जाट समाज के खाप चैधरियों का बड़ा समर्थन रहा।