आकिल हुसैन।Twocircles.net
एल्गार परिषद के जिस कार्यक्रम में दिए गए भाषण पर शरजील उस्मानी के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज की गई थी।उस मामले में एल्गार परिषद ने शरजील उस्मानी का समर्थन करते हुए बीजेपी और आरएसएस पर बदनाम करने का आरोप लगाया हैं। एल्गार परिषद ने कहा है कि शरजील के भाषण को गलत तरीके से पेश किया गया है। वहीं एल्गार परिषद के आयोजकों ने ये भी कहा कि वे पूरी तरह शरजील के समर्थन में खड़े हैं।
30 जनवरी को पुणे में ‘एल्गार परिषद 2021’ का आयोजन करने वाली संस्था ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी के समर्थन में बयान जारी किया है। भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस प्रेरणा अभियान ने शनिवार को बयान जारी करते हुए कहा, 30 जनवरी 2021 को एल्गार परिषद में शरजील उस्मानी के एक बयान को ब्राह्मणवादी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार ने गलत तरीके से पेश किया हैं’। आगे भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस प्रेरणा अभियान ने अपने जारी बयान में कहा कि संघ परिवार ने फिर से शरजील को निशाना बनाकर अपनी जातिगत और सांप्रदायिक घृणा को बढ़ावा दिया है।
बयान में कहा गया है कि ‘शरजील उस्मानी 23 साल का मुस्लिम छात्र है’ और ‘उसकी पहचान का मुस्लिम पक्ष ही उछाला गया हैं और शरजील के भाषण के प्रति यह विकृत, घिनौना एवं हिंसक प्रतिक्रिया बस उसके धर्म की वजह से है’। भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस प्रेरणा अभियान के बयान के अनुसार वह शरजील उस्मानी के साथ पूरी दृढ़ता के साथ खड़ा है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी पर 30 जनवरी को पुणे में आयोजित एल्गार परिषद के एक कार्यक्रम के दौरान हिंदू धर्म के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। इसी मामले में शरजील उस्मानी के खिलाफ एफआईआर धारा 153-ए के तहत पुणे के स्वारगेट पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। वहीं उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी इसी मामले में शरजील उस्मानी के खिलाफ देशद्रोह सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया हैं।
एल्गार परिषद के आयोजकों द्वारा शरजील के समर्थन में आने के बाद महाराष्ट्र बीजेपी ने आड़े हाथों लिया हैं और आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने ट्वीट किया कि एल्गार परिषद समाज में विभाजन पैदा कर रही है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि उस्मानी का समर्थन करके एल्गार परिषद ने अपने असली इरादे जता दिये हैं।