जिब्रान उद्दीन। Twocircles.net
पिछले साल नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध के दौरान जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एक छात्र को गोली मारने वाला हिंदुत्व कार्यकर्ता रामभक्त गोपाल को हरियाणा पुलिस ने सोमवार सुबह एक समुदाय विशेष के खिलाफ अभद्र भाषा बोलने के आरोप में गिरफ्तार कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पटौदी थाने में दर्ज मामले में गोपाल को सिकंदरपुर बढ़ा गांव से गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि 4 जुलाई को हरियाणा के पटौदी में आयोजित एक महापंचायत में गोपाल ने अपने जहरीले भाषण के माध्यम से मुसलमानो के खिलाफ काफी आग ऊगली थी और साथ ही मुसलमानो पर हमला करने का भी आह्वान किया था। पिछले कुछ दिनों से गोपाल के विवादास्पद भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा था। गोपाल के भाषण की निंदा करते हुए ट्विटर पर #arrestrambhakhtgopal का हैशटैग भी ट्रेंड करवा रहे थें और गोपाल के गिरफ्तारी की मांग कर रहे थें।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जमालपुर गांव के निवासी एक दिनेश नामक व्यक्ति की शिकायत पर रविवार देर रात आईपीसी की धारा 153ए और 295 के तहत गोपाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया गया। जिसके बाद सोमवार को उसकी गिरफ्तारी की गई। हालांकि भाषण वायरल होने के बाद, पहले भी कई शिकायतें की जा चुकी थीं।
भाषण के वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गोपाल हिंदुओ से मुस्लिम महिलाओं का अपहरण करके बदला लेने की बात कर रहा है। गोपाल भीड़ से पूछता है, “हम क्या ‘सलमा’ का अपहरण नही कर सकते हैं?” वीडियो में वो आगे कहता हुआ दिखता है कि, “एक बार अपने कॉलेज से बाहर तो निकलो, हम बताएंगे कि किसकी कब्र खुदेगी और किसकी नही” वीडियो में गोपाल चिल्लाता है, “जब …. काटे जायेंगे,” जिस पर सामने मौजूद भीड़ जवाब देती है, “तब …….. चिल्लाएंगे।”
जिस महापंचायत में ये सारा मामला पेश आया है, वो कथित तौर पर राज्य में लव जिहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर नफरत फैलाते हुए मुसलमानों को बदनाम करने करने के लिए आयोजित की गई थी । इसके पूर्व भी ऐसी ही कई विवादास्पद सभाओं की खबरें प्रकाश में आ चुकी है जिनमे एक ही स्वरूप में कथित तौर पर विशेष समुदाय के खिलाफ जहर उगला जाता रहा है।
पिछले साल, जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय के बाहर सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे छात्रों पर दिल्ली पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में गोली चलाने के बाद रामभक्त गोपाल सुर्खियों में आया था। गोपाल की गोली से जेएमआई मास कम्युनिकेशन का एक छात्र घायल हुआ था। हालांकि फायरिंग के तुरंत बाद ही गोपाल को हिरासत में ले लिया गया, बावजूद इसके उसने कई बार “दिल्ली पुलिस जिंदाबाद” के नारे लगाए थें।
उस हमले के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गोपाल हमला करने के बाद “जय श्री राम” और “ये लो आज़ादी” चिल्लाता जा रहा था। आपको ज्ञात हो कि भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा नई दिल्ली में एक राज्य चुनावी रैली में अपने समर्थकों के साथ “देशद्रोहियों को गोली मारने” के नारे लगाने के कुछ दिनों बाद ही ये घटना हुई थी।
उस हिंसक घटना के समय, गोपाल 17 साल का एक नाबालिग युवक था। जिस वजह से उसे दिल्ली में किशोर न्याय बोर्ड द्वारा 14 दिनों की सुरक्षात्मक हिरासत में भेज दिया गया था।