स्टाफ रिपोर्टर । Twocircles.net
गाजियाबाद जिले के लोनी थाना क्षेत्र में एक 72 साल के बुजुर्ग को कुछ युवको ने घेर कर कथित तौर पर धार्मिक नारे नही बोलने पर बेरहमी से पिटाई की है। यही नही पीड़ित बुजुर्ग की पिटाई करते हुए दाढ़ी भी काट दी गई। सोशल मीडिया पर इस मामले का वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। लोग मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बढ़ते मॉब लिंचिंग और अपराधों की घटना के संबंध में अपनी चिंताएं ज़ाहिर करते हुए दिख रहे हैं। घटना के संबध में गाजियाबाद पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वो आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और अब मामले की गम्भीरता को देखते हुए आरोपी को रिमांड पर लाया जाएगा।
दरअसल अब यह हंगामा सोमवार को ट्विटर पर एक वीडियो वायरल होने के बाद भड़का है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ नौजवानों द्वारा एक बूढ़े मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार बूढ़े व्यक्ति का नाम सूफी अब्दुल समद सैफी है, जिन्हे चाबुक और डंडे से पीटा जा रहा है। अब्दुल समद के अनुसार उन्हें बार बार ‘वंदे मातरम्’ और ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए धमकाया जा रहा था और बात नही मानने पर उनकी पिटाई करने के साथ ही उनकी दाढ़ी को भी कैंची से काट दिया गया। वीडियो को ट्विटर पर अल्टन्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर द्वारा साझा किया गया था जिसमे उन्होंने गाज़ियाबाद पुलिस से मामले को संज्ञान में लेने बात कही थी। हालांकि गाजियाबाद पुलिस के अनुसार उक्त व्यक्ति ताबीज़ बनाने का काम करता है और ताबीज के असर न करने पर उसकी पिटाई की गईं। यह साम्प्रदायिक मामला नही है। आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए है।
जवाब में गाजियाबाद पुलिस थाने की तरफ से एक ट्वीट कर लोनी के सीओ ने जानकारी दी के पहले ही एफआईआर दर्ज कर मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। ट्वीट में लिखा था, “वीडियो वायरल के संबंध में पीड़ित की तहरीर पर पूर्व में ही अभियोग थाना लोनी बॉर्डर पर पंजीकृत है मुख्य अभियुक्त वर्तमान में जेल में निरुद्ध है अन्य अभियुक्त गण की शीघ्र गिरफ्तारी पर प्रकरण में आगे की कार्यवाई की जायेगी” और साथ में सीओ लोनी का एक छोटा सा वीडियो भी पोस्ट किया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में 72 वर्षीय अब्दुल समद के साथ मस्जिद जाते समय कुछ युवकों ने उन्हें धोखे से अपहरण कर लिया और जंगल में ले जाकर बेरहमी से पीटा है।
twocircles.net से बात करते हुए अब्दुल समद ने बताया कि वो नमाज़ पढ़ने के लिए मस्जिद की ओर जा रहे थे तब उन्हें एक ऑटो वाले ने लिफ्ट देने के बहाने टोका। जिस पर अब्दुल समद राज़ी हो गए और ऑटो में बैठ गए लेकिन थोड़ी ही देर में उस ऑटो के अंदर दो लोग और आ गए। और फिर उन्होंने अब्दुल समद के गमछे से उनके ही मूंह को ढंककर उन्हें मारना शुरू कर दिया। बाद में “मुझे दूर जंगल में ले जाकर उन लोगों ने किसी पुराने कमरे में बंद कर दिया।”
बंद कमरे में उन्होंने मुझ पर लात और घूंसे से हमला शुरू कर दिया। “बार बार वो कहते कि ‘जय श्री राम’ के नारे लगाओ लेकिन मैं मना कर देता और अपने अल्लाह को याद करने लगता। इस बात पर उन्हें और ज्यादा चिढ़ आ जाती थी।” अब्दुल समद बताते हैं कि उन्हें ‘वंदे मातरम्’ भी कहने के लिए मजबूर किया जा रहा था। अब्दुल समद के अनुसार उन हमलावरों के पास हथियार भी थें। जिसे “वो मेरे सिर पर रख देते और बाकी के दो आदमी मेरे हाथ को पकड़ कर मुझे बेबस बनाए देते थें ” ।
अब्दुल समद के अनुसार हमलावरों ने खुद कबूला था कि कई मुसलमानों को वो पहले मार चुके हैं और आज इन्हें भी जिंदा नहीं छोड़ेंगे। वायरल वीडियो में भी अब्दुल समद ने बताया है की लगभग 4 घंटे तक उन लोगों ने इनके साथ शारीरिक प्रताड़ना की और लगातार पीटते रहे। पिटाई से जब अब्दुल समद चिल्लाने लगते तो वो कहते, “अगर चिल्लाया तो और मारेंगे।”
वीडियो में अब्दुल समद आगे बताते हैं कि “जब मैं अल्लाह को याद करने लगता तो वो समझते की मैं उनके ऊपर कोई मंत्र पढ़ रहा हूं” जिसपर झुंझलाकर वो कहते की अल्लाह को याद न कर और ‘जय श्री राम’ बोल और ‘राम राम’ कर।” अब्दुल समद वीडियो की आखिर में रोते हुए बयान करते दिखते हैं कि, “मेरी लंबी सी दाढ़ी को उन्होंने कैंची से काट दिया। चाबुक और डंडे से उन्होंने मुझे बहुत मारा”
इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। जिसका नाम प्रवेश गुर्जर बताया गया है। अन्य तीन हमलावरों की भी तलाश जारी है।
आपको बता दें कि हाल ही में मेवात क्षेत्र में आसिफ नाम के एक नौजवान की भी मॉब लिंचिंग कर उसे मार दिया गया था। एक यूजर ने इन घटनाओं के संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा है, “चाहे कोई बॉडी बिल्डर (आसिफ) हो या कोई बूढ़ा, चाहे कोई बच्चा या औरत। ये किसी को नहीं छोड़ेंगे। इन सबको लगता है की भारत में बड़ा नेता बनने का सिर्फ यही रास्ता है।”