न्यूज डेस्क।Twocircles.net
त्रिपुरा में एक बार फिर लिंचिंग हुई है। यहां रविवार की सुबह खोवई जिले के अंदर दो अलग-अलग स्थानों पर बेकाबू भीड़ द्वारा तीन मुस्लिम युवकों को बेरहमी से पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। पिटाई की वजह भी सिर्फ इतनी के भीड़ को संदेह सा था की कुछ युवकों द्वारा पशु की तस्करी की जा रही है।
मारे गए लोगों की पहचान जायद हुसैन (30), बिलाल मिया (28) और सैफुल इस्लाम (18) के रूप में हुई है, जो सिपाहीजला जिले के सोनामुरा उपखंड के निवासी थें।
रिपोर्ट अनुसार, नमनजॉयपारा के ग्रामीणों ने सुबह करीब साढ़े चार बजे पांच मवेशियों को लेकर अगरतला की ओर जा रहे एक मिनी ट्रक को देखा। उन्होंने इसका पीछा किया और उत्तरी महारानीपुर गांव के पास वाहन को रोकने में कामयाब रहे। उसके बाद क्या था, भीड़ अपने साथ में लाई “घातक हत्यारों” से उन युवकों के ऊपर टूट पड़ी।
पुलिस अधीक्षक किरण कुमार ने इस बात की पुष्टि करते हुए मीडिया को बताया कि उस पिटाई में भीड़ ने दो युवकों को मौके पर ही पीट पीटकर मार डाला लेकिन तीसरा युवक वहां से खुद की जान बचाकर भाग पाने में सफल हुआ। हालांकि ये सफलता ज्यादा देर उस बेचारे के काम न आ सकी।
अधिकारी ने बताया कि भीड़ ने उत्तरी महारानीपुर के पास एक आदिवासी बस्ती मुंगियाकामी में तीसरे व्यक्ति को अपने गिरफ्त में ले लिया। और वहीं उसकी हत्या कर दी गई। वहीं एक खबर के अनुसार दो व्यक्तियों की अभी भी कुछ सांसें बची थी। किरण कुमार ने आगे बताया कि पुलिस दोनो घटनास्थलों पर तुरंत पहुंची और तीनों पीड़ित व्यक्तियों को नजदीकी अस्पताल ले गई। उन्हें वहां से अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उन तीनो को मृत घोषित कर दिया।
खोवाई जिले के तेलियामुरा अनुमंडल के एसडीपीओ सोना चरण जमातिया ने बताया कि कल्याणपुर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मॉब लिंचिंग का मामला दर्ज किया गया है, जबकि चंपाहौर थाने में तीन मवेशी चोरी का 2 मामला दर्ज किया गया है। हालांकि अबतक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस के अनुसार मामले की छानबीन जारी है।
आपको बताते चलें कि मृतक सैफुल इस्लाम, सुनामुरा के निवासी थे। चेन्नई में वो एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम किया करते थें जहां से वो एक महीने पहले ही अपने गांव को लौटे थें। इस शोकपूर्ण घटना से महज 5 महीने पहले ही सैफूल की शादी हुई थी। इसी तरह दूसरे मृतक जायेद हुसैन के घर पर भी मातम पसरा है। परिवार वालों के साथ साथ उनकी 21 साल की पत्नी और 5 साल के नन्हे बेटे का रो-रोकर हालत खराब हो चुका है। वो पेशे से ड्राइवर थें। तीसरे मृतक बिलाल मिया को अपने पीछे 24 साल की पत्नी लिपि बेगम और 2 साल के नन्हे बेटे उस्मान हुसैन को बेसहारा छोड़कर जाना पड़ा है।
देश में मुस्लिम समुदाय के युवकों के मॉब लिंचिंग के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है जोकि एक चिंता का विषय है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर खूब हलचल मची हुई है। लोग मॉब लिंचिंग के खिलाफ अपनी-अपनी आवाजें बुलंद करते दिख रहे हैं। अभी हाल ही में हरियाणा के मेवात से आसिफ नाम के एक मुस्लिम युवक की भी मॉब लिंचिंग की खबर सामने आई थी। जिसके बाद भी सोशल मीडिया पर खूब हंगामा बरपा था।