आकिल हुसैन। Twocircles.net
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक शादी सामाजिक सौहार्द की मिसाल बन गई है। एक मुस्लिम पिता ने अपने गोद लिए हिंदू बेटे के सिर पर सेहरा बांधा और साथ ही गोद लिए ‘बेटे’ की शादी हिंदू रीति रिवाज़ से संपन्न कराई। यह शादी गाजीपुर में लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।आज जहां हर तरफ नफ़रत बोई जा रही हो वहां यह ख़बर बेहद सुकून देने वाली है।
जानकारी के अनुसार गाजीपुर जिले के सेवराई तहसील के भदौरा ब्लाॅक के बारा गांव के रहने वाले पप्पू के माता-पिता का देहांत उसके बचपन में ही हो गया था। माता पिता की मृत्यु के पश्चात पप्पू की देखभाल करने वाला कोई नहीं था तो गांव के ही एक मुस्लिम शेर खान जो पेशे से किसान हैं ने 4 साल की उम्र में हिंदू धर्म से आने वाले पप्पू को गोद ले लिया था। शेर खान के इस काम पर उनके घरवालों ने भी उनका साथ दिया था। शेर खान और उसके परिवार ने पप्पू की अच्छी परवरिश भी करी। शेर खान ने पप्पू को अच्छी शिक्षा दिलाई और साथ ही पप्पू की हर जरूरतों को पूरा करा।
अब पप्पू की इच्छानुसार शेर ख़ान ने उसका विवाह पूरे हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कर दिया है। पप्पू का विवाह गाजीपुर के हीं उतरौली गांव के रहने वाले भगवान राम की पुत्री कश्मीरा से तय हुआ था। 22 मार्च को पप्पू का कश्मीरा से विवाह धूमधाम से संपन्न हो गया हैं। शेर खान ने अपने बेटे पप्पू के सिर पर सेहरा सजाया और गाजे-बाजे के साथ उसकी बारात लेकर गए और पूरे हिंदू रीति रिवाज से उसकी शादी करवाई।
शेर खान ने पप्पू को एक कमरा भी बनवा कर दिया हैं जहां पप्पू अपनी पत्नी के साथ रह सके। शेर ख़ान पप्पू को बहुत अधिक मानते हैं। उन्होंने कभी पप्पू से उसका धर्म बदलने के लिए नहीं कहा। शुरुआत से पप्पू शेर ख़ान के घर पर बिना किसी रोक टोक के हिंदू धर्म का पालन करता हैं। शेर ख़ान के घर में ही सभी हिंदू धर्म के त्योहार मनाए जाते हैं। पप्पू के साथ शेर ख़ान का पूरा घर इन त्योहारों को मनाता है।
शेर ख़ान के चार बेटे हैं। चार पुत्र होने के बावजूद शेर ख़ान पप्पू को अपना छोटा बेटा मानते हैं। पप्पू भी शेर ख़ान को पिता व उनके बेटों को बड़े भाइयों जैसा मानता हैं और प्यार देता है। शेर खां के चारों बेटे बाहर रहते हैं। पप्पू घर पर रहकर में पर रहकर पिता शेर खान के साथ खेती करता हैं।