स्टाफ़ रिपोर्टर।Twocircles.net
यूपी के बुलंदशहर से दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां एक रिक्शा चालक को पुलिस ने पीट पीटकर मार डाला। मामला थाना छतारी क्षेत्र के ग्राम चौढेरा का हैं जहां रविवार शाम को मेले की तरफ जाते हुए एक रिक्शा चालक को कथित तौर पर पुलिसकर्मियों ने रोका और फिर उसकी पिटाई कर दी जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। मृत व्यक्ति का नाम गौरी शंकर बताया जा रहा है जिसकी उम्र 42 वर्ष थी। इलाके में घटना को लेकर काफी रोष है और कई राजनैतिक दल पीड़ित के परिवार को इंसाफ दिलाने वहां पहुंची हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसे मृतक गौरी शंकर का बताया जा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह गौरी शंकर अधमरे हालत में हैं और पुलिस पर अपनी पिटाई का आरोप लगा रहे हैं। वीडियो में आगे घटना स्थल पर मौजूद एक बच्चा बताता है की किसी मूंछ वाले पुलिसकर्मी ने गौरी शंकर के मुंह पर मुक्का मारा था और फिर थप्पड़ मारते हुए अपशब्द बोला। वायरल वीडियो के अनुसार गौरी शंकर की पिटाई करने वाले दो लोग थें, जिनकी पहचान चौकी के उपनिरीक्षक और सिपाही के रूप में की गई है जिन्होंने गौरी शंकर की कथित तौर पर पिटाई की है।
पिटाई के बाद परिजनों ने आनन-फानन में गौरी शंकर को अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल ले गई, हालांकि वहां उसकी जान नही बच सकी। इसके साथ ही पंड्रावल चौकी पर परिजनों ने हंगामा कर चौकी इंचार्ज और एक सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आज सुबह गौरी शंकर के परिजनों ने गांव के गेट के बाहर हंगामा कर मुआवजे की मांग की है और साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम डिबाई मोनिका सिंह ने आसपास के चार थानों का पुलिस फोर्स मौके बुला रखा है।
इधर सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस के उपर उठ रहे सवाल पर पुलिस के तरफ से एक सूचना पत्र जारी किया गया है। जिसमें लिखा है, “उल्लेखनीय ये है कि ई-रिक्शा चालक को जाहिरा चोट नहीं है।” आगे लिखा है, प्राथमिक छानबीन के उपरांत आरोपी उपनिरीक्षक व आरक्षी को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। साथ ही उसमे इस बात की भी जानकारी दी गई है कि परिवार के साथ अनवरत संवाद कायम है।
बुलंदशहर के एसपी संतोष कुमार ने मीडियाकर्मी को बताया कि रिक्शा चालक पहले से ही हार्ट और टीबी का मरीज था और अबतक कोई भी पिटाई की बात सामने नहीं आई है, अगर उसके बाद भी कोई शिकायत करता है तो मामले को दर्ज किया जायेगा। संतोष कुमार आगे कहते हैं, मंदिर के पास जो मेला लगा था वहां गौरी शंकर अपना ई-रिक्शा लेकर घुस रहे थें जिसके बाद सिपाही ने उन्हें रोका और शायद उस रोकने के दौरान कोई धक्का लग गया हो जिससे उन्हें हार्ट अटैक आ गया होगा। फिलहाल आरोपी सिपाही और सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
कुछ दिनों पहले इस ही तरह के एक घटना की खबर यूपी के गोरखपुर से भी आई थी जहां कथित रूप से यूपी पुलिस ने एक व्यापारी को पीट पीटकर कर मार डाला था। उस समय भी सोशल मीडिया पर काफी आक्रोश देखने को मिला था। कुछ ऐसा ही आक्रोश इस बार भी माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर देखने को मिल रहा है जहां लोग सरकार से जल्द से जल्द आरोपियों पर उचित कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं और साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलवाने की भी मांग कर रहे हैं।