Home India News जहांगीरपुरी के निवासियों का नफ़रत की राजनीति को करारा जवाब

जहांगीरपुरी के निवासियों का नफ़रत की राजनीति को करारा जवाब

विशेष संवाददाता ।Twocircles.net

दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में एक हफ्ते पहले हनुमान जयंती की शोभा यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद रविवार को हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मिलकर ‘तिरंगा यात्रा’ निकालकर एकता और शांति का संदेश दिया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में तिरंगा यात्रा कुशल चौक से शुरू होकर पूरे सी-ब्लॉक का चक्कर लगाने के बाद कुशल चौक पर ही समाप्त हुई। इस तिरंगा यात्रा में दोनों समुदाय के लोग शामिल हुए। इस दौरान समाजिक एकता और अखंडता के नारे भी लगाए गए।

दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाके जहांगीरपुरी से ठीक हफ्ते भर बाद रविवार को वो तस्वीर सामने आई जिसने आपसी मोहब्बत को फिर से एक नई जान दे दीं। जिस जहांगीरपुरी में हफ्तेभर पहले लोगों को धर्म के नाम लड़वाया गया और नफ़रत फैलाई गई, आज उसी जहांगीरपुरी से धार्मिक एकता और भाईचारे की तस्वीरें सामने आई है। समाजिक एकता और भाईचारे की यह तस्वीरें उन लोगों के मुंह पर तमाचा थी जो लोगों में धर्म को लेकर नफ़रत बोने का काम करते हैं।

रविवार शाम तक़रीबन 6 बजें जहांगीरपुरी में अमन शांति भाईचारा कायम करने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस तिरंगा यात्रा में हिंदू मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने भाग लिया। यात्रा में दोनों समुदाय के 50 से अधिक लोग हाथों में तिरंगा लेकर शामिल हुए। यह यात्रा इलाके में तकरीबन ढाई किलोमीटर तक निकली गईं। तिरंगा यात्रा जहांगीरपुरी के हिंसा वाले क्षेत्र कुशल चौक से शुरू होकर पूरे सी-ब्लॉक का चक्कर लगाने के बाद G ब्लॉक के तरफ गयी और वापिस कुशल चौक के पास ख़त्म हो गयी।

भारी सुरक्षा बल के साथ निकलीं तिरंगा यात्रा पर घरों से फूल बरसाए गए। स्थानीय लोगों ने घरों की छतों से पुष्प वर्षा कर तिरंगा यात्रा का स्वागत किया। यात्रा के दौरान लोग तिरंगा लिए सड़क के किनारे खड़े रहे, जबकि कुछ अन्य लोगों ने ने अपनी खिड़कियों और बालकनी से रैली देखी रैली में शामिल लोगों पर पुष्पवर्षा की। तिरंगा यात्रा में शामिल लोग तिरंगा लहराते हुए ‘हिंदू-मुस्लिम भाई भाई, अब नहीं रहेगी कोई खाई’ और हिंदू मुस्लिम एकता के नारे लगाते हुए नज़र आए।‌

तिरंगा यात्रा में हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रमणि तिवारी ने उम्मीद जताई कि रैली से दोनों समुदायों के बीच संबंध बहाल करने और स्थानीय लोगों में विश्वास वापस लाने में मदद मिलेगी। वहीं मुस्लिम समुदाय ने भी उम्मीद जताई है कि तिरंगा यात्रा से इलाके में अमन चैन दोबारा जल्द बहाल हाेगी।

नॉर्थ वेस्ट दिल्ली की DCP उषा रंगनानी ने मीडिया से बताया कि, ‘ दो दिन पहले शुक्रवार को मीटिंग में दोनों समुदायों की तरफ से तिरंगा यात्रा निकालने की मंजूरी मांगी गई थी। यात्रा में दोनों समुदायों लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई हैं।‌ उम्मीद है लोग हिंसा को भुलाकर आपसी सौहार्द को मजबूत बनाएंगे।यात्रा का उद्देश्य शांति का बढ़ावा देना और सामान्य स्थिति बहाल करना है’।

ज्ञात है कि बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी में दो समूहों के बीच सांप्रदायिक झड़प हो गई थी, जिसमें नौ लोग घायल हो गए। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच संप्रदायिक हिंसा की जांच कर रही है।‌ इस मामले में पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है।