बिहार में दलित युवक की बेरहमी से हत्या, 6 गिरफ्तार

जिब्रानउद्दीन।Twocircles.net

बिहार के सारण ज़िले से एक दलित युवक की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है, जहां कुछ दबंगों ने पासवान समाज से संबंध रखने वाले एक 23 वर्षीय युवक की पीटकर हत्या कर दी। पवन मांझी नामक युवक को उनके घर से बुलाकर पीटा गया था जिसके बाद आखिरकार अस्पताल जाते समय उनकी मृत्यु हो गई। घटना के बाद से इलाके में खासा रोष देखने को मिल रहा है।


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मामला बिहार की राजधानी से समीप सारण के इसुआपुर प्रखंड के रामपुर अटौली गांव का है। जहां दबंगों ने बुधवार 3 अगस्त को शिक्षक रामलाल मांझी के पुत्र पवन मांझी की हत्या कर दी। अबतक संबंधित मामले में कुल 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, और आगे की कार्यवाही जारी है। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी बीते दिनों सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुआ है।

वीडियो में कुछ लोगों की भीड़ द्वारा पवन को घेरे हुए देखा जा सकता है जिसमे एक नारंगी कपड़ा पहना हुआ व्यक्ति बड़ी बेरहमी से ज़मीन पर पड़े हुए युवक को लाठी से पीट रहा है। इस दौरान पवन पासवान के हाथो को भी बंधा हुआ देखा जा सकता है। लाठियों की मार से युवक की हालत वीडियो में ही काफी नाज़ुक देखी जा सकती है।

पूरी घटना के बारे में कहा जा रहा है कि पवन जब अपने घर के नज़दीक खड़ा था तब चार चक्कों वाली एक गाड़ी पर कुछ लोग उसको बुलाकर ले गए। जिसके बाद वो वापस ही नहीं लौटा। घरवालों ने जब उसे खोजना शुरू किया तब वो घायल अवस्था में मिला। घरवाले आनन-फानन में उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया लेकिन उसकी अवस्था गंभीर होने की वजह से उसे छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।

अस्पताल जाने के रास्ते में ही पवन ने आखरी सांस ली और दम तोड़ दिया। इस सूचना के बाद से इलाके में कोहराम मच गया। भगवान बाजार थाना की पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम की प्रक्रिया करवाने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। इलाके में शव के पहुंचते ही मातम का माहौल छा गया।

घटना से संबंधित, परिजनों ने गांव के ही कुछ युवकों पर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया। जिसके बाद 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और बाकी की छानबीन जारी है। घटना को लेकर दलित एक्टिविस्ट और नेतागणों ने भी जमकर हंगामा किया और इंसाफ की मांग की। इलाके के युवाओं ने पूरे घटना के विरोध में में कई रैलियां भी निकाली हैं।

बिहार से ही एक दलित एक्टिविस्ट, पिंटूलाल पासवान ने TwoCircles.Net को बताया, “आजादी को इतने वर्ष गुज़र गए हैं लेकिन अभी तक जातीय आधार पर दलितों की हत्या की जा रही है। देश आजाद हुआ लेकिन दलितों को आज भी पूरी तरह से इंसाफ नहीं मिल पाता है।” पिंटू लाल पासवान ने आगे बताया, “हम प्रशासन से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि आगे कोई ऐसी कठोर हरकत न दोहरा सके।” मौके पर भीम आर्मी सारण की टीम भी पहुंची और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दिया।

भीम आर्मी के चंद्रशेखर ने सरकार से पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी बताये पवन पासवान के हत्यारे कब गिरफ्तार होंगे। नीतीश जी मेरे इस पीडित परिवार को कम से कम 50 लाख का मुआवजा, एक सरकारी नौकरी व हत्यारों की कठोर सजा सुनिश्चित कराए। भीम आर्मी टीम बिहार पीड़ित परिवार के साथ डटकर खड़ी रहे जब तक न्याय ना मिले।”

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