आकिल हुसैन।Twocircles.net
दिग्गज कांग्रेसी नेता और झारखंड व असम के राज्यपाल रहें सैयद सिब्ते रजी का शनिवार दोपहर को लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज़ के दौरान निधन हो गया। सिब्ते रजी हृदय रोग से पीड़ित थे और 19 अगस्त को उन्हें इलाज के लिए किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। उनके निधन की ख़बर से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत कई अन्य नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है और श्रद्धांजलि अर्पित की हैं।
सैयद सिब्ते रजी की उम्र 83 वर्ष थी। सिब्ते रजी का जन्म यूपी के रायबरेली में हुआ था और उन्होंने वहां से राजभवन तक का सफ़र तय किया। उनकी गिनती गांधी परिवार के करीबी और विश्वसनीय में होती थी। वो 2004 से 2009 तक झारखंड के राज्यपाल के पद पर रहे, इसके बाद उन्हें असम का राज्यपाल बनाया गया। सिब्ते रजी का झारखंड राज्यपाल का कार्यकाल विवाद में रहा था। उनके एक फैसले को तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने पलट दिया था।
लखनऊ के शिया कालेज में पढ़ाई के दौरान उन्होंने छात्र राजनीति शुरू की थी। सिब्ते रजी का राजनैतिक सफर 1969 में युवा कांग्रेस से शुरू हुआ था। उन्होंने कांग्रेस संगठन में युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव के पद तक का निर्वाहन किया। सिब्ते रजी के कुशलता से प्रेरित होकर कांग्रेस ने उन्हें 1980 में पहली बार राज्यसभा भेजा था। इसके अलावा वे 1988 और 1992 में राज्यसभा बतौर सांसद पहुंचे। वे उत्तर प्रदेश विधानपरिषद के सदस्य के दौरान शिक्षा मंत्री भी रहे और देश के गृह राज्यमंत्री के पद का भी निर्वाहन किया।
बताते हैं कि सिब्ते रजी बेहद संवेदनशील व्यक्ति थे। जब वो झारखंड के राज्यपाल थे तब रांची में भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। तब वो बारिश में
स्वयं भींगते हुए कई इलाकों में लोगों से मिलने पहुंच गए थे और वहां पहुंचकर राहत कार्य शुरू कराया था। सिब्ते रजी बेहद साधारण और सहज तरीके से सभी के साथ पेश आते थे। सबकी बातें सुना करते थे और अच्छी चीजों को प्रोत्साहित भी किया करते थे।
सिब्ते रजी काफ़ी लंबे अरसे से बीमार चल रहे थे। शुक्रवार को उन्हें लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में भर्ती कराया गया था। हालत गंभीर होने पर उन्हें क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग, ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी उनको बचाया नहीं जा सका।
सिब्ते रजी की मृत्यु पर कई राजनैतिक दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि ,’अमेठी युवा कांग्रेस से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत कर, केंद्र सरकार में राज्य मंत्री व राज्यपाल जैसे महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निभाने वाले सैयद सिब्ते रजी जी के निधन का दुखद समाचार मिला। सैयद जी कांग्रेस की विचाराधारा के मजबूत स्तंभ थे। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। शोक-संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।’
उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री बीजेपी नेता दिनेश शर्मा ने ट्विट किया कि ,’असम व झारखंड के पूर्व राज्यपाल, मा. राज्यसभा सांसद रहे वरिष्ठ नेता सैयद सिब्ते रज़ी जी का निधन स्तब्ध करने वाला है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व परिवार को इस दुःख को सहने की शक्ति।’ झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने भी पूर्व राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ईश्वर शोक संतप्त परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि,’ झारखण्ड राज्य के पूर्व राज्यपाल सयैद सिब्ते रजी साहब जी के निधन की दुःखद खबर मिली। वर्ष 2004 से 2009 तक सयैद साहब राज्य के राज्यपाल थे। परमात्मा सयैद जी की आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।’