आकिल हुसैन। Twocircles.net
दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम एक बौद्ध धर्म के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद विवाद में घिर गए हैं। इस कार्यक्रम में शामिल होने का उनका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें वो हजारों लोग को बौद्ध धर्म अपनाने का संकल्प दिलवा रहें हैं। मंत्री राजेंद्र पाल गौतम इसी कार्यक्रम में हिंदू देवताओं की पूजा न करने की बात भी कहते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी ने मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ हिंदू देवी-देवताओं के अपमान करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा बीजेपी की दिल्ली इकाई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से राजेंद्र गौतम को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की भी मांग की है। फिलहाल राजेन्द्र गौतम ने इस्तीफा दे दिया है।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार में समाज कल्याण विभाग के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम पांच अक्टूबर को विजय दशमी पर आयोजित बौद्ध धर्म के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। यह कार्यक्रम दिल्ली के ही करोलबाग इलाके के अंबेडकर भवन में आयोजित हुआ था। इस कार्यक्रम के दौरान लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा तो ली ही, लेकिन इस बात की भी शपथ ली कि वे हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करेंगे और न ही उन्हें ईश्वर मानेंगे। शपथ के दौरान मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम भी मंच पर मौजूद थे। इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
कार्यक्रम का वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को हिंदू विरोधी करार दिया है। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ शुक्रवार को संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आप नेता पर हिंदू-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा है कि कोई भी धर्म किसी को भी हिंदू धर्म का अपमान करने का अधिकार नहीं देता है। राजेंद्र पाल द्वारा कहा गया शब्द न केवल असंवैधानिक है, बल्कि यह समाज के सद्भाव के खिलाफ है। हमने अभी शिकायत दर्ज की है और हम उनके खिलाफ भी आंदोलन शुरू करेंगे।
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की थी। मनोज तिवारी ने कहा कि आप नेता हिंदू धर्म का अपमान करके दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। मंत्री को तुरंत पार्टी से बर्खास्त कर देना चाहिए। हम उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर रहे हैं। अगर अरविंद केजरीवाल एक्शन लेते हैं तो ठीक, अगर नहीं लेते हैं तो हम इस नफरत फैलाने वाले मामले को चाहे जिस स्तर तक लेकर जाना होगा लेकर जाएंगे।
हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद ने भी राजेंद्र गौतम की आलोचना करते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग की। विहिप ने दिल्ली पुलिस और उपराज्यपाल वी के सक्सेना से गौतम के खिलाफ ‘कड़ी कार्रवाई’ करने का भी आग्रह किया। विहिप ने आरोप लगाया है कि मंत्री द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लोगों को शपथ दिलाने से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
बीजेपी इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी पर पूरी तरह से हमलावर हैं। वहीं मामले को बढ़ता देख मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने बयान को लेकर सफ़ाई पेश करते हुए माफ़ी मांगी हैं। मंत्री राजेन्द्र पाल ने बीजेपी पर अफवाह फ़ैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा हैं कि ,’मैं बहुत धार्मिक व्यक्ति हूं। कभी सपने में भी नहीं सोच सकता कि अपने किसी कर्म या वचन से देवी-देवताओं का अपमान करूं। मैंने तो अपने भाषण में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महंगाई और सामाजिक समानता पर बात रखी थी, लेकिन भाजपा वाले मेरे बारे में अफवाह फैला रहे हैं। मैं इससे बहुत आहत हूं और उन सभी लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।
उन्होंने कहा हैं कि मैं बौद्ध मत में विश्वास रखता हूं। इससे किसी को क्या परेशानी हो सकती है। भाजपा इस पूरे मामले में राजनीति कर रही है। हमारा संविधान किसी भी धर्म का पालन करने का अधिकार देता है।
हालांकि अभी तक आम आदमी पार्टी की ओर से इस मामले में कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है। गुजरात चुनाव से पहले राजेंद्र पाल का यह विवादित बयान आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है।
यह पहला मामला नहीं है जब राजेंद्र पाल गौतम अपने बयान को लेकर विवादों में आए हों। इससे पहले राजेंद्र पाल नवंबर 2019 में भी एक ट्वीट को लेकर विवादों में आए थे। उन्होंने ट्वीट में हिंदू देवी-देवताओं के वजूद पर सवाल उठाया था। उस समय जब ट्वीट को लेकर विवाद बड़ा था उन्होंने दावा किया था कि किसी ने उनका अकाउंट हैक करके यह ट्वीट किया था।
जिस कार्यक्रम में राजेंद्र पाल को लेकर विवाद शुरू हुआ वो हर वर्ष दशहरे वाले दिन आयोजित किया जाता है। हर साल मिशन जय भीम के तहत बौद्ध धर्म की दीक्षा का प्रोग्राम आयोजित होता है जिसमें बौद्ध धर्म के लोग 22 प्रतिज्ञाएं लेते हैं जिसमें मुख्य तौर पर भारत को जातिवाद व छुआछूत से मुक्त कराने की दिशा में काम करने समेत कई प्रतिज्ञाएं शामिल हैं।
बौद्ध धर्म को मानने वाले दीपक कहते हैं कि घृणा और नफरत बौद्ध धर्म से काफी दूर है। करुणा, परोपकार इंसानियत बौद्ध घर्म के गुण हैं। नफरत किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं चाहिए। अगर उस कार्यक्रम में किसी धर्म के देवी-देवताओं का अपमान किया गया है तो वो उचित नहीं है।
पेशे से वकील राजेंद्र पाल गौतम 2015 से सीमापुरी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार के जल, पर्यटन, संस्कृति, सोशल वेलफेयर, एससी-एसटी, सहकारिता और महिला एवं बाल विकास का मंत्रालय भी उनके पास हैं।