8 महीने से जेल में है सपा विद्यायक नाहिद हसन, अखिलेश यादव से अब नाराज़ है कैराना

Kairana Market (Photo: Aas Mohammad Kaif/TwoCircles.net)

मोहम्मद वसीम । Two circles.net के लिए

तबियत खराब होने पर कैराना के विधायक नाहिद हसन को मुजफ्फरनगर अस्पताल में भर्ती कराया है और एक बार फिर से वो चर्चा में हैं। नाहिद हसन के कैराना में जनता में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव से नाराजग़ी दिखाई दे रही है। समाजवादी पार्टी के तीन बार के विधायक नाहिद हसन के जेल में होने और अखिलेश यादव के उनसे मिलने न् जाने पर कैराना में लोग उबल रहे हैं। स्थानीय निवासी कैराना के युवक मुहम्मद परवेज़ इस नाराजग़ी को बयां करते हुए बताते हैं कि कैराना के मुसलमानों ने हमेशा समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का काम किया है मगर समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कैराना के हमारे नेता चौधरी मुन्नवर हसन के बेटे और हमारे भाई नाहिद हसन को अकेला छोड़ दिया है। अखिलेश यादव ने नाहिद हसन से मिलने आना तो दूर उनके पक्ष में एक बयान तक नही दिया है। अब नाहिद भी कहेंगे तो भी हम समाजवादी पार्टी को वोट नही देंगे,हमारा दिल टूट गया है। अखिलेश यादव के पास अपनी जाति के नेताओं के पास जाने का समय तो है मगर वो मुसलमानों के दामन से दूरी जरूरी है।


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कैराना के हसन घराने के चश्में-चिराग और 3 बार के विद्यायक नाहिद हसन 7 महीने से मुजफ्फरनगर जेल में बंद है। पिछला विधानसभा चुनाव भी नाहिद हसन ने जेल से ही लड़ा था और जीता था। नाहिद हसन ने अब तक शपथ नही ली है। कानून के जानकार बताते हैं कि नाहिद हसन जिन मामलों में जेल में बंद है सामान्य तौर पर जिला अदालत से ज़मानत मिल जाती है मगर मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है। नाहिद हसन ही नही बल्कि उनकी मां पूर्व सांसद तबस्सुम हसन पर मुक़दमे दर्ज किए थे और अब तक तब्बसुम हसन को भी कोई रिलीफ नही मिल पाया है, हालांकि तब्बसुम हसन की गिरफ्तारी अभी नही हुई है।

नाहिद हसन की छोटी बहन इक़रा हसन बताती है कि जिस तकलीफ़ को वो महसूस कर रही है उसे शब्दो मे बयां नही किया जा सकता है। नाहिद भाई जेल में है और अम्मी पर गैंगस्टर लगाई गई है। अदालती भागदौड़ ने मुझे बुरी तरह तोड़ कर रख दिया है। मैंने तो कभी सोचा नही था कि मुझे ऐसा समय भी देखना पड़ेगा। मेरी तकलीफ यह है मैंने सिर्फ मुश्किलें देखी है। जब पापा सांसद थे तो बच्ची थी,उसके बाद पढ़ने लंदन चली गई। अब भाई 7 महीने से जेल में है और मैं आपको यकीन से बताती हूँ कि मैं एक भी दिन चैन की नींद सो नही पाई हूँ। समझ नही आ रहा है कि मेरे भाई की गलती क्या है ! हमारा परिवार हमेशा अत्याचार के विरुद्ध लड़ा है ! हम जनता की आवाज़ उठाते रहे हैं ! हम पर जो भी मुक़दमे है वो सब जनता के लिए लड़ी गई लड़ाई है। कुछ अधिकारियों ने द्वेष भाव से हमारे विरुद्ध कार्रवाई की है। जिस मामले में जिला अदालत जमानत देती है हमें उसमे सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा है।

नाहिद हसन 15 जनवरी को मुजफ्फरनगर जेल भेजे गए थे । उन्हें जिस मामले में जमानत नही मिल पा रही है वो अमानत में ख़यानत का मामला है। उनके विरुद्ध यह मुक़दमा 2019 में झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव खेड़ी निवासी एक महिला खुशनाम ने दर्ज कराया था। फरवरी 2021 में तत्कालीन कैराना कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा ने नाहिद हसन और उनकी अम्मी पूर्व सांसद तबस्सुम हसन सहित 40 आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कर दिया था इसके बाद 15 जनवरी 2022 को पुलिस ने नाहिद हसन को गिरफ्तार कर लिया था। इक़रा हसन बताती है कि यह दो पक्षों में मारपीट का मामला था और मेरी अम्मी पूर्व सांसद इसमें समझौता करा रही थी मगर पुलिस ने उन्हें पार्टी बनाकर गैंगस्टर लगी दी ! इसी तरह नाहिद हसन पिछले 7 महीने से एक ऐसे मामले में जेल में बंद है जिसका अधिकतर जिला स्तर पर ही निबटारा हो जाता है।

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नाहिद हसन कैराना के पूर्व सांसद मुन्नवर हसन के पुत्र है…

कैराना स्थित न्यायालय से नाहिद हसन की जमानत याचिका खारिज होने के बाद उनके अधिवक्ता ने गैंगस्टर और अमानत में खयानत के मुकदमे में हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने भी उनकी अमानत में खयानत के मुकदमे में जमानत याचिका खारिज कर दी। अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। कपिल सिब्बल इस मामले में नाहिद हसन के वकील है।

शामली जनपद के अंतर्गत आने वाले थानाभवन विधानसभा के पूर्व विधायक राव वारिस कहते हैं कि नाहिद हसन के विरुद्ध कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। गहराई से देखने पर इसमें कुछ अधिकारियों का निजी द्वेष भी दिखता है। जनप्रतिनिधियों का काम जनता की आवाज़ उठाना है इसके लिए वो लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से आवाज़ उठाते हैं तो सत्ता पक्ष और अधिकारियों को उनसे बदला लेने की नीयत नही रखनी चाहिए। नाहिद हसन जैसे नेता जनहित के लिए अक्सर अधिकारियों से भिड़ जाते हैं। इस मामले में ऐसा साफ लगता है कि जैसे उनका उत्पीड़न किया जा रहा है।

कैराना के लोगों को भी लगता है कि नाहिद हसन के विरुद्ध यह कार्रवाई राजनीतिक कारणों से की जा रही है। कैराना की गर्मी शांत की जा रही है। नाहिद हसन पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी चर्चित रहे पूर्व सांसद दिवंगत मुन्नवर हसन के पुत्र है। उनके दादा अख्तर हसन और माता तब्बसुम हसन भी सांसद रह चुके हैं। चौधरी मुन्नवर हसन के कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो भारत की राजनीति में सबसे कम उम्र में चारों सदनों को सुशोभित करने वाले पहले नेता है।

नाहिद हसन के जेल में रहने की वजह उनके चुनाव प्रचार की कमान उनकी छोटी बहन इक़रा हसन ने संभाली थीं …

हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नाहिद हसन की बहन इक़रा हसन ने अपने भाई की गैर मौजूदगी में नाहिद हसन के चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया था। जेल में रहने के बावजूद नाहिद हसन ने भाजपा की मृगांका सिंह को करारी मात दी थी जबकि इसी कैराना में गृह मंत्री अमित शाह ने घर घर पर्चे बांटकर भाजपा के चुनाव प्रचार का आगाज़ भी किया था। कुछ सवाल इसलिए भी गहरे हो गए हैं कि इन दिनों में अखिलेश यादव आज़मगढ़ के नेता रमाकांत यादव से मिलने जेल पहुंचे थे। इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव एटा के पूर्व विद्यायक जितेंद्र यादव के उत्पीड़न की बात कहकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने उनके निवास पर पहुंचे थे। इसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर मुसलमान नेताओं से मिलने न् जाने पर सवाल खड़ा कर दिया ! समाजवादी पार्टी के मुस्लिम नेताओं से मिलने न् जाना अब जनता में भी सवाल खड़ा कर रहा है। सहारनपुर के अधिवक्ता सज्जाद चौधरी कहते हैं कि समाजवादी पार्टी को सबसे बड़ा वोट मुस्लिमों का मिलता है मगर अखिलेश यादव ने उनकी आवाज उठाने में कोताही बरती है। वो आज़म खान से भी मिलने नही गए और अब नाहिद हसन से दूर है। क्या वो खुद भी इन्हें अपराधी मानते है ! अगर वो खुद ऐसा नही कर सकते थे तो प्रतिनिधिमंडल भेज सकते थे मगर उन्होंने वैसा भी नही किया।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी कहते हैं कि इस तरह का आरोप सही नहीं है। सभी जानते हैं कि अखिलेश यादव अपने नेता और कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा खड़े रहते हैं। आज़म खान साहब के वो घर भी गए। जब वो उनसे जेल मिलने जा रहे थे उन्हें रास्ते मे ही रोक लिया गया था ! समाजवादी पार्टी हमेशा उनके साथ खड़ी रही यह बात वो भी जानते हैं ! विधायक नाहिद हसन के साथ भी पूरी पार्टी अखिलेश जी के नेतृत्व में उनके साथ है और कानूनी प्रक्रिया के तहत पैरोकारी में जुटी है। यह बात हसन परिवार भी समझता है।

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