ट्वीटर पर एक कैम्पेन चल रहा है। ‘मैं भी हां हरजीत सिंह’। पंजाब पुलिस के 80 हजार पुलिसकर्मियों ने अपनी नेम प्लेट बदल ली है। वहां के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने भी अपनी नेमप्लेट बदलकर हरजीत सिंह की नेम प्लेट लगा ली है। गुजरात के डीजीपी, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पुलिस अफ़सर सब कह रहे हैं #mainBhiHarjeetSing यानि मैं भी हरजीतसिंह।
चण्डीगढ़ अस्पताल में पिछले दो सप्ताह से इलाज करा रहे हरजीत सिंह कहते हैं, ‘मैं सपने में भी नही सोच सकता था कि मुझे इतना सम्मान मिलेगा। मेरे आंसू निकल आते हैं। आप सबका बहुत अधिक शुक्रिया।’
पंजाब पुलिस के एएसआई (जिन्हें अब प्रमोट करके सब इंस्पेक्टर बना दिया है )हरजीत सिंह वो ही ख़ाकी के जियाले है जिनके हाथ को निहंगो ने तलवार से काट दिया था। हरजीत सिंह पटियाला में सब्जी मंडी के बाहर लॉकडाउन का पालन करा रहे थे। उन्होंने निहंगों की इस गाड़ी से कर्फ्यू पास मांग लिया था। इसके बाद निहंगों ने पुलिस पर हमला कर दिया और हरजीत सिंह का हाथ पूरी तरह काटकर अलग हो गया। बहादुर हरजीत सिंह अपने दूसरे हाथ में कटे हुए हाथ को लेकर अस्पताल पहुंचे। चंडीगढ़ पीजीआई में साढ़े सात घण्टे चले ऑपरेशन के बाद उनके हाथ को सफलतापूर्वक जोड़ दिया गया है। जो आज काम करने लगा है।
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दीपक कुमार कहते हैं हरजीत सिंह ने देशभर की पुलिस को गौरव प्रदान किया है। पुलिस फ्रंटलाइन वर्कर है। वो मुश्किल से मुश्किल हालात का सामने से मुक़ाबला करती है जब देश मे पुलिस के सम्मान में कोई मुहिम चलती है तो बहुत अच्छा लगता है। हमें हरजीत सिंह पर गर्व है। उन्होंने देशभर की पुलिस का मान बढ़ाया है। पंजाब पुलिस के डीजीपी दिनकर गुप्ता अपने पुलिसकर्मी हरजीत सिंह के सम्मान में सोमवार को शुरू किया ज़ब पंजाब के 80 हजार पुलिसकर्मियों ने अपनी नेमप्लेट बदल ली और दिनकर गुप्ता भी इनमे से एक थे।
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि नेम प्लेट बदलने का उद्देश्य जहां हमारे जवान हरजीत सिंह के प्रति सम्मान जताना है, वहीं यह अहसास दिलाना भी है कि पंजाब की समस्त पुलिस खुद को हरजीत सिंह समझती है। वो हरजीत की तरह ही कर्मठ बहादुर और निष्ठावान है। पंजाब पुलिस की इस मुहिम को देशभर से समर्थन मिला। गुजरात,अरुणाचल प्रदेश, उड़ीसा, केरला,हैदराबाद के डीजीपी ने भी मैं भी हरजीत सिंह की आवाज़ बुलंद की।
पंजाबी सिंगर गुरदास मान ने कहा, ‘वे लोग देश के लिए अपने परिवार को छोड़कर आपके परिवार को बचाने के लिए खड़े है उनके हाथ मत काटो बल्कि अपने हाथों से इस महामारी से लड़ने के लिए कुछ दान करो।’ भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी खुद को हरजीत सिंह बताया। बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी ने भी पंजाब पुलिस के इन जवान की बहादुरी की तारीफ की।
बता दें कि 12 अप्रैल को निहंग सिखों को गाड़ी लॉकडाउन में रोकने के बाद जब एएसआई हरजीत सिंह का हाथ हमले में काट दिया गया तो पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनसे वीडियो कॉल कर बात की और सबसे क़ाबिल सर्जनो को टीम ने उनके हाथ को वापस जोड़ दिया। अच्छी ख़बर यह है कि आज हरजीत सिंह का हाथ काम करने लगा है। सबसे सुखद यह है कि हरजीत सिंह के गांव के पंजाब पुलिस के एक सिपाही गुलाब सिंह अपनी एक एकड़ ज़मीन हगजीत सिंह को दे दी। गुलाब सिंह ने जब अपने परिवार वालों से पूछा तो उन्होंने तत्काल सहमति दी। अंडमान निकोबार पुलिस ने भी हरजीत सिंह को सलाम किया और कहा कि वो बहादुरी की मिसाल बन गए हैं।
उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अनिल रतूड़ी और गुजरात पुलिस के डीजीपी शिवानद झा ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकॉउंट से हरजीत सिंह का हौंसला बढ़ाया।इन्होंने कहा कि देश को हरजीत पर गर्व है। इस सबसे अभिभूत पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमें हरजीत सिंह पर गर्व है। अब वो सिर्फ एक जवान नही है बल्कि देशभर में महामारी के ख़िलाफ़ फ़्रंटलाइन पर लड़ रहे कोरोना योद्धाओं की बहादुरी के प्रतीक बन चुके हैं। उनसे बहुत से हमारे कोरोना योद्धाओ को प्ररेणा मिली है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के आईजी प्रवीण कुमार ने भी अपनी कविता उन्हें समर्पित करते हुए कहा कि”ऐसे समय में जब वैश्विक संकट हो तो देश पर मर मिटने की आरजू रखने वाले हरजीत सिंह जैसे पुलिसकर्मियों को सलाम होना ही चाहिए।इन मुश्किल परिस्थितियों में तमाम कोरोना वरॉयर्स सचमुच बड़ा काम कर रहे है। हरजीत सिंह की हिम्मत कमाल थी उसने हाथ कटने के बाद भी अपने हाथ को दूसरे हाथ से पकड़ लिया। निश्चित तौर पर देश उनका सम्मान करता है। देश के लोगो को भी कोरोना वारियर्स के प्रति सह्योगत्मक होना चाहिए।