TwoCircles.net News Desk
बॉस्टन : बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की 126वीं जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा की स्थापना व अनावरण अमेरिका के बॉस्टन नगर के निकट स्थित विश्वविद्यालय ब्राण्डेयस यूनिवर्सिटी में किया गया.
इस मूर्ति स्थापना से ब्राण्डेयस यूनिवर्सिटी अमेरिका में केवल दूसरी ऐसी संस्थान हो गई है, जहां डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई है. ये प्रतिमा 29 अप्रैल को विश्वविद्यालय के गोल्डफार्ब मुख्य लाइब्रेरी में स्थापित किया गया है. इससे पहले उनकी मातृ-शिक्षा संस्था (एल्मा मेटर), न्यू यॉर्क शहर की कोलंबिया यूनिवर्सिटी में उनकी प्रतिमा की स्थापना 1995 में हुई थी.
बताते चलें कि बॉस्टन स्टडी ग्रुप (बीएसजी) ने ब्राण्डेयस यूनिवर्सिटी में जाति-व्यवस्था एवं वर्ण-भेद पर एक वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया था. ये इस यूनिवर्सिटी में तीसरा वार्षिक सम्मलेन था.
इस सम्मेलन की शुरुआत करते हुए ब्राण्डेयस यूनिवर्सिटी के प्रेजिडेंट रोनाल्ड लेबोविट्ज़ ने कहा कि, ‘जाति-व्यवस्था एक मानवाधिकार का अहम मुद्दा है, जिससे निपटना अतिआवश्यक है.’
उन्होंने कांफ्रेंस में बीएसजी की भूमिका की प्रसंशा की. इस अवसर पर भारत के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक व अर्थशास्त्री सुखादेव थोराट, हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कॉर्नेल वेस्ट के साथ कई अन्य शिक्षक, विद्यार्थी और अम्बेडकरवादी उपस्थित थे.
इस अवसर पर 29 अप्रैल की शाम एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘सुरताल’ का भी आयोजन किया गया. इसमें प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित सुधाकर चह्वाण ने अत्यंत मधुर राग एवं अम्बेडकरीय रचनाएं पेश की. बाल कलाकार स्वदीप कांबले ने एक प्रभावशाली अम्बेडकरवादी कृति पढ़ी. इस मौक़े पर रीमा रोशन लाल और प्रिया रोशन लाल बहनों की जोड़ी ने डॉ. अम्बेडकर की जीवनी और अम्बेडकरवादी विचारों पर अत्यंत खूबसूरत चित्रकला का प्रदर्शन किया.