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अमित शाह के बंगले का किराया सिर्फ 3875 रूपये

By Afroz Alam Sahil, BeyondHeadlines.in,

लुटियंस दिल्ली में प्रॉपर्टी की कीमत इतनी अधिक है कि बड़े कारोबारी भी यहां घर किराए पर लेने से पहले कई बार सोचते हैं. लेकिन यहां की बेशकीमती संपत्तियां राजनीतिक दलों के नेताओं को कौड़ियों के भाव में उपलब्ध हैं.

राजनीतिक दलों के शीर्ष के नेताओं को सरकार की ओर से मिलने वाली रियायत आपको चौंका सकती है.



Amit Shah

उदाहरण के तौर पर दिल्ली के अकबर रोड पर शायद ही आपको कोई घर किराये पर मिल सके. और अगर किराये पर मिले भी तो उसके किराये का अंदाज़ा आप खुद लगा सकते हैं, लेकिन 11 अकबर रोड पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सरकारी बंगला सिर्फ 3875 रूपये के मासिक किराया पर मिला है. शायद ही दिल्ली में इतने सस्ते में आपको एक कमरा भी कहीं किराये पर मिल सके. खैर, इस बंगले में अमित शाह 17 जुलाई, 2014 से रह रहे हैं.

हम आपको बताते चलें कि अमित शाह का यह बंगला टाईप-8 श्रेणी का है, जो सरकारी गाईडलाइंस के मुताबिक भूतपूर्व यूनियन कैबिनेट मिनिस्टर या भूतपूर्व लोकसभा स्पीकर या किसी राज्य के भूतपूर्व राज्यपाल या फिर किसी भूतपूर्व मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को ही मिल सकता है.

यह जानकारी आरटीआई के ज़रिए वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव डॉ. कासिम रसूल इलियास ने मिनिस्ट्री ऑफ अर्बन डेवलपमेंट से हासिल की है.

बात सिर्फ अमित शाह के बंगले की नहीं है. आरटीआई से मिली जानकारी बताती है कि 8 मूर्ती लेन पर सीपीआई (एम) के राष्ट्रीय महासचिव प्रकाश करात रहते हैं, उसका मासिक किराया मात्र 3429 रूपये है. इसके साथ ही एबी-4, पुराना किला रोड पर सीपीआई के दफ्तर का किराया भी 1835 रूपये है.

यही नहीं, 10 बी.डी. मार्ग जहां नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी का शानदार ऑफिस है, उसका मासिक किराया मात्र 1565 रूपये हैं. 4, जी.आर.जी. रोड पर बसपा कार्यालय का किराया भी मात्र 1565 रूपये ही है.

सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा भी सस्ते किराये पर ही अपना काम चला रही है. भारतीय जनता पार्टी अपने दफ्तर 11 अशोक रोड का किराया मात्र 93,520 रुपये देती है. (पहले इसका किराया 66,896 रूपये था) इसके अलावा इसका दिल्ली प्रदेश का ऑफिस जो 14, पंडित पंत मार्ग पर है, जिसका किराया मात्र 26148 रूपये है.

कांग्रेस पार्टी अपने दफ्तर 24 अकबर रोड का मासिक किराया मात्र 74,509 रुपये देती है. पहले इसका किराया 42,817 रूपये हुआ करता था. इसके अलावा इसके पास 3 और दफ्तर हैं. 26 अकबर रोड का किराया मात्र 8632 रुपये है. पहले इसका किराया 3015 रूपये था. इसके अलावा 5 रायसीना रोड का किराया 50,794 रूपये (पहले इसका किराया 34,189 था)और CII/109, चाणक्यपूरी का किराया मात्र 15137 रूपये है. (पहले इसका किराया 8078 था).

18 कॉपरनिकस मार्ग पर समाजवादी पार्टी का दफ्तर है और इस दफ्तर का किराया सिर्फ 20,352 रूपये है. पहले इसका किराया 12138 रूपये था)

इस पूरे मसले पर डॉ. कासिम रसूल इलियास कहते हैं कि राजनीतिक दल और राजनेता जनता की सेवा और उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के दावे के साथ चुनाव में भाग लेते हैं, लेकिन टुनाव जीतते ही जनता की समस्याओं को पूरी तरह से भूल जाते हैं. अब उनका असल मक़सद अपने आप को लाभ पहुंचाना होता है.

ज़रा सोचिए! दिल्ली में आज हजारों परिवार फुटपाथ पर जीवन जीने के लिए मजबूर है. उन्हें सर छिपाने के लिए दो गज़ ज़मीन भी उपलब्ध नहीं है और जनता के तथाकथित ‘खिदमतगार’ जनता के धन पर ऐश कर रहे हैं और भव्य थाट-बाट के साथ जीवन गुजार रहे हैं.