अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
किशनगंज: बिहार चुनाव के पांचवे व आख़िरी चरण के चरण के लिए प्रचार-अभियान ज़ोरों पर है. चार चरणों के लिए अलग-अलग जिलों में रैली व सभा करने के बाद अब एनडीए व महागठबंधन दोनों के नेताओं को सीमांचल की याद आ गई है. लेकिन उनको यह मालूम नहीं कि जब वे बिहार के बाकी ज़िलों में वोट मांग रहे थे, तब तक हैदराबाद के असदुद्दीन ओवैसी अपनी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (मजलिस) के लिए ज़मीन तैयार कर चुके थे.
असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया के कैमरों से दूर रहते हुए पहले तो धीरे-धीरे सीमांचल के लोगों के बीच अपनी बनाने की कोशिश की. सीमांचल के विकास की बात की. मुसलमानों के शिक्षा के सहारे उत्थान की बात की, लेकिन अब जब सभी अपनी ताक़त झोंक रहे हैं, तब ओवैसी भी मैदान में कूद पड़े हैं. अपनी पुराने अंदाज़ पर फिर से लौटते हुए मोदी पर हमले तेज़ कर दिए हैं.
रविवार को असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज में भाजपा के अमित शाह व मोदी पर हमला बोलते हुए कहा है, ‘अमित शाह कहता है कि कोचाधामन से अख़्तरूल ईमान की जीत होगी तो पाकिस्तान की कामयाबी होगी. ये क्या बक-बक कर रहा है? ये इलेक्शन बिहार का हो रहा है, पाकिस्तान का नहीं. और हमको पाकिस्तान से क्या लेना-देना? हमारे बुजुर्ग पाकिस्तान नहीं गए. हम हिन्दुस्तान में 1200 साल से रहते हैं और रहेंगे. हम पाकिस्तान नहीं जाएंगे. अमित शाह को पाकिस्तान से मुहब्बत है तो जा सकता है.’
ओवैसी अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहते हैं, ‘इंशाल्लाह! 8 तारीख़ को कोचाधामन का अख्तरूल ईमान भी जीतेगा और किशनगंज का तसीर उद्दीन भी कामयाब होगा. किशनगंज के लोग सबसे पहले दो रकअत नमाज़ पढ़ेंगे और फिर इतना पटाखें फोड़ेंगे कि उसकी आवाज़ तुम्हें दिल्ली व पटना में भी सुनाई देगी.’
ओवैसी के भाषण में निशाने पर मोदी भी रहें. मोदी पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, ‘मोदी ये कह रहा है कि बिहार में दो दिवाली मनाएंगे. लेकिन सुन लो मोदी! किशनगंज के लोगों ने फैसला कर लिया है. यक़ीनन हमारी कामयाबी होगी. पटाखें हम फोड़ेंगे मोदी, धमाके की आवाज़ तुम्हें सुनाई देगी.’
हालांकि ओवैसी के निशाने पर कांग्रेस व नीतीश कुमार भी रहते हैं. ओवैसी इन दिनों अपने भाषण में दादरी की घटने का ज़िक्र करना नहीं भूलते. वो अख़लाक़ के बेटे व उनकी मां की बातों का भी ज़िक्र ज़रूर करते हैं. वो कहते हैं, ‘अख़लाक़ की मां ने कहा कि तुम मेरी मदद को आए, अल्लाह तुम्हारी मदद करेगा.’
ओवैसी मोदी सरकार को ललकारते हुए कहते हैं, ‘ये मुल्क में कैसी सरकार है. अख़लाक़ को मार दिया जाता है. हमारी बहन को क़ब्र से निकालकर मुंह काला करते हो. और मोदी चुप रहता है.’
ओवैसी आरएसएस पर भी चुटकी लेते हैं. वो कहते हैं कि आरएसएस को चिंता है कि मुसलमान बहुत बच्चा पैदा कर रहा है. आरएसएस को हमारी बढ़ती आबादी पर चिंता है. अरे तो तुम भी पैदा करो बच्चे. तुम्हें रोका किसने है? खुद तो शादी नहीं करते और बग़ैर शादी के बच्चे कहां से आएंगे?
स्पष्ट रहे कि ओवैसी पिछले एक महीने किशनगंज के चंचल पैलेस होटल में डेरा डाले हुए हैं. एक महीने पहले तक यहां ओवैसी को ज़्यादातर लोग जानते नहीं थे, लेकिन आज बच्चा-बच्चा ओवैसी से रूबरू है. मंगलवार यानी 03 नवम्बर को ओवैसी की बाईक रैली के बाद ओवैसी का प्रचार-अभियान थम जाएगा और ओवैसी हैदराबाद रवाना हो जाएंगे.
यहां यह भी बताते चलें कि ओवैसी की पार्टी मजलिस सीमांचल के 24 सीटों में से सिर्फ 6 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि 6 में से 4 सीटों पर ओवैसी के उम्मीदवार महागठबंधन के उम्मीदवारों को टक्कर दे रहे हैं. लड़ाई कांटे की होगी. लेकिन यहां पटाखें कौन फोड़ेगा, यह 8 नवम्बर को आने वाला रिजल्ट ही बेहतर बताएगा.