आस मुहम्मद कैफ़, TwoCircles.net
दादरी : दादरी में अखलाक की बीफ के शक में हत्या हुई और ये जगह सुर्खियों में आ गयी. उसके बाद से दादरी में हिन्दू मुस्लिम के रिश्तो में एक दरार आ गयी. कल एक इखलाक फिर दादरी पहुचे. ये इखलाक़ अब्बासी अपनी हिन्दू बहन गुड़िया के घर राखी बंधवाने दादरी आये थे.
घर पर उनका ऐसा ही स्वागत हुआ जैसे एक बहन भाई का करती है. इखलाक़ अब्बासी 6 साल से ऐसा कर रहे है. सामाजिक गतिविधियों से जुड़े इखलाक़ कहते है कि मज़हब इसके लिए मना नही करता और यह सबसे पाकीजा रिश्ता है. दादरी काण्ड के बाद ऐसे रिश्ते एक उम्मीद कायम रखते हैं.
इखलाक अकेले नहीं हैं. कल रक्षाबंधन में बहुत से मुस्लिम भाई अपनी हिन्दू बहनों से राखी बंधवाने पहुचे. यही कुछ रिश्ते अभी भी कायम हैं. सहारनपुर के रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री रशीद मसूद पिछले 50 साल से अपनी मुहबोली बहन संगीता से राखी बंधवाते है. इनके भतीजे और गंगोह चेयरमेन नोमान मसूद की पत्नी शाजिया मसूद सामाजिक गतिविधियों में काफी हिस्सा लेती है. वो अपने यहाँ सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करने वाले सागर को 3 साल से राखी बांधती है. शाज़िया बताती है कि जब उन्हें पता चला कि सागर अनाथ है उसके माँ बाप भाई बहन कोई नही है तो उसकी बहन बन गयी. अब मैं उसके राखी बांधती हूँ.
सबसे प्रेरक मामला बिजनौर का है यहाँ की प्रिया के माता पिता की की हाल ही एक दुर्घटना में मौत हो गयी और नेहा के कोई भाई भी नही है. इस खबर को कवर करने पहुंचे स्थानीय अख़बार के संवाददाता मोहम्मद इमरान को प्रिया से हमदर्दी पैदा हुई. कल अचानक इमरान प्रिया के घर राखी बंधवाने पहुँच गये. इमरान बताते है दुर्घटना वाले दिन ही उन्होंने यह तय कर किया लिया था और मुझे रक्षाबंधन का इंतजार था.
बिजनौर की ही शालू गुप्ता मीरापुर के नजीर हैदर को राखी बांधने आयी है. वो सरकारी स्कूल में अध्यापक है और पिछले 10 साल से ऐसा कर रही है. शालू के बड़े भाई रुपेश गुप्ता नजीर के दोस्त है. नजीर सामाजिक गतिविधियों से जुड़े है और उनके पिता ज़हूर मेहँदी जैदी मीरापुर की बड़ी सामाजिक हस्ती रहे है. रक्षाबंधन पर वो लगातार हिन्दू बहनों से राखी बंधवाते रहे कुछ साल पहले उनका इंतेक़ाल हो गया, अब नजीर हैदर ऐसा करते है.
शालू बताती है कि उन्हें यह बहुत अच्छा लगता है और नजीर भी मेरे सगे भाई जैसे है. देश में अखंडता के लिए हिन्दू बहनों को मुस्लिम भाइयो के राखी बांधनी चाहिए और मुस्लिम बहनों को हिन्दू भाइयो को. जब दोनों एक दूसरे को रक्षा का वचन देंगे तो आपस का स्नेह बढ़ेगा और सौहार्द का वातावरण भी बनेगा. शालू और नजीर हैदर अकेले नही है. अनन्या यादव ने पहली बार साजिद को राखी बांधी है. साजिद मेडिकल प्रतिनिधि है और गुरुग्राम में रहते है.
अनन्या यादव इटावा की है और यहीं नौकरी करती है. साजिद ने अनन्या को बहन बनाने का प्रस्ताव दिया और अनन्या ने खुशी से कबूल किया. साजिद बताते है कि रक्षाबंधन एक शानदार त्यौहार है और यह रिश्ता मेरे लिए अनमोल है. दिल्ली के सय्यद फैजान ज़ैदी को कविता भाटिया और सहारनपुर के रूबी को नेहा अरोरा ने राखी बांधी है. लखनऊ के पत्रकार दाऊद फुरकान हिंदी के बेटे अज़ान को उनकी क्लास में पढ़ने वाली तृप्ति ने राखी बांधी. उनकी टीचर ने नर्सरी में पढ़ने वाले इस बेहद प्यारी तस्वीर को दाऊद फुरकान को व्हाट्सप पर भेजा.