TwoCircles.net News Desk
नई दिल्ली : भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आज़ाद ‘रावण’ पर लगे राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) को निरस्त करने एवं उनको तत्काल रिहा किए जाने की मांग को लेकर बुधवार को ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आॅफ इंडिया’ (एसडीपीआई) द्वारा 11-मूर्ति से यूपी भवन तक मार्च निकालकर ज़ोरदार विरोध प्रर्दशन किया गया.
इस प्रदर्शन के बाद राज्यपाल उत्तर प्रदेश को एक ज्ञापन भेजा गया, जिसमें कहा गया है कि, एसडीपीआई चन्द्रशेखर आज़ाद के विरूद्ध एनएसए के प्रावधान के तहत यूपी सरकार द्वारा की गई कार्यवाही की घोर निंदा करती है. ये कार्यवाही पूरे तौर पर राजनैतिक तथा विद्धेषपूर्ण है तथा संवैधानिक व्यवस्था का दुरूपयोग करते हुए व्यक्तिगत स्वंतत्रता तथा लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है. इसलिए एसडीपीआई मांग करती है कि चन्द्रशेखर पर लगाए गए एनएसए को निरस्त करते हुए उनको तुरन्त रिहा किया जाए.
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा दलित आंदोलन को दबाने के लिए पूरे देश में निराशाजनक प्रयास किए जा रहा है.
इस ज्ञापन के माध्यम से एसडीपीआई ने राज्यपाल से अनुरोध किया है वह इस मामले में नम्रतापूर्वक विचार करके भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर पर लगाए गए एनएसए को निरस्त करके तत्काल उनको रिहा कराएं.
विरोध-प्रर्दशन में एसडीपीआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शरफुद्दीन अहमद और राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद इलियास तुम्बे व मोहम्मद शफ़ी, पॅापुलर फ्रन्ट आॅफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद अली जिन्ना, दिल्ली प्रदेश के संयोजक डॉ. निज़ामुद्दीन खान, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मोहम्मद कामिल, दिल्ली प्रदेश कमेटी के सदस्य व कार्यक्रम संयोजक मनोज कुमार विद्रोही, जन-समाज पार्टी के संस्थापक प्रमुख अशोक भारती, भीम आर्मी डिफेन्स कमेटी के संयोजक संजीव, भीम आर्मी दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष डी.सी. कपिल सहित एसडीपीआई के सैकडों कार्यकर्ताओ ने भाग लेकर अपना विरोध प्रकट किया.