सिद्धांत मोहन, TwoCircles.net
वाराणसी/लखनऊ : केंद्र में एनडीए के घटक दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में अकेले लड़ने का ऐलान किया है. लखनऊ स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी 18 जनवरी को अपने प्रत्याशियों का ऐलान करेगी.
पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अमित कुशवाहा द्वारा जारी की गयी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी है. उम्मीदवारों की सूची जारी करने के दौरान मानव संसाधन विकास मंत्री(राज्य) उपेन्द्र कुशवाहा, सांसद राम कुमार शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष अमित कुशवाहा और पार्टी के प्रत्याशी और समर्थक भी मौजूद रहेंगे.
रोचक बात यह है कि रालोसपा के प्रदेश चुनाव में अकेले उतरने का निर्णय भाजपा से बात न बनने के बाद लिया गया है.
बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष अमित कुशवाहा ने बताया, ‘हम भाजपा के साथ कई सीटों पर करार चाहते थे लेकिन वे हमें दो से तीन सीटें ही दे रहे थे. ऐसे में भाजपा के साथ चुनाव न लड़ने का फैसला लेते हुए हमने अकेले ही अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारने का फैसला लिया है.’
पार्टी के चेहरे के बारे में बात करते हुए अमित कुशवाहा ने बताया, ‘हमारा वोटबैंक बेहद आशाओं के साथ उपेन्द्र कुशवाहा की ओर देख रहा है. उपेन्द्र कुशवाहा जिस कम्यूनिटी से आते हैं, वे सदन में और सत्ता में उसका प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.’
केशव प्रसाद मौर्या पर बात करते हुए अमित कुशवाहा ने बताया, ‘केशव प्रसाद मौर्या का चेहरा सिर्फ राजनीति के लिए लाया गया है, समाज को उससे फर्क नहीं पड़ता है. जनता देखना चाह रही है कि सरकार में उनकी बात सुनने वाला कौन है?’
भाजपा के साथ गठबंधन की सम्भावित स्थिति पर अमित कुशवाहा ने कहा, ‘हमारा गठबंधन केंद्र में है. यूपी चुनावों में हम एक साथ नहीं खड़े हैं, मंत्री जी(उपेन्द्र कुशवाहा) से कोई लाल बत्ती थोड़े ही छीन सकता है.’
सूत्रों की मानें तो रालोसपा उत्तर प्रदेश में अन्य छोटे दलों के साथ गठबंधन करने की तैयारी में भी है. फिलहाल रालोसपा 150 से 200 के बीच प्रत्याशियों का ऐलान करने वाली है, जिनका मूल मकसद पिछड़ी जाति के वोटों का अलगाव करना हो सकता है.