TwoCircles.net Staff Reporter
नई दिल्ली : भीम आर्मी के समर्थन में अब ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (मजलिस) भी आ गई है.
इस बात की घोषणा रविवार को जंतर-मंतर पर चंद्रशेख़र आज़ाद ‘रावण’ की रिहाई के समर्थन में आयोजित प्रदर्शन के दौरान मजलिस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष इरफ़ानुल्लाह खान ने की.
इरफ़ानुल्लाह ख़ान ने जंतर-मंतर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, असदुद्दीन ओवैसी भी इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे, लेकिन वो किसी कारणवश नहीं आ सकें. मगर उन्होंने अपना संदेश भेजा है. अब हमारी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुस्लिमीन भी भीम आर्मी के समर्थन में है. हम आपकी इस लड़ाई में आपके साथ हैं.
प्रदर्शन के दौरान जेल से चंद्रशेखर ‘रावण’ की भेजी गई चिट्ठी भी मंच से पढ़कर सुनाई गई. इसमें चंद्रशेखर ने लिखा था कि, ‘वह बाबा भीमराव अम्बेडकर के सपनों के भारत का निर्माण करेगा. गोरे अंग्रेज़ चले गए, मगर काले अंग्रेज़ अभी भी देश में मौजूद हैं और दलित समाज के जो लोग आवाज़ उठाते है, तो उन्हें झूठे मुक़दमें दर्ज कर जेल में बंद कर दिया जाता है. महिलाओं से उनके पक्ष की बात नहीं की जाती. न ही दलित को आवाज़ उठाने दी जा रही है. दलितों का उत्पीड़न हो रहा है. पूरा मामला अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा होकर रह गया है.’
चंद्रशेखर ने आगे लिखा था कि, ‘जेल जाने से उसका हौसला टूटा नहीं है. जेल की तनहाई में वह और अधिक मज़बूत हुआ है. जेल से छूटने के बाद बाहर आकर दबे-कुचले लोगों की आवाज़ उठाएगा.’
इस प्रदर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में चंद्रशेखर ‘रावण’ की मां कमलेश देवी ने कहा कि, ‘मैं अपने बेटे को रिहा किए जाने तक प्रदर्शन करुंगी, धरने पर बैठूंगी और साथ ही अनिश्चितकालीन उपवास करुंगी.’
आगे उन्होंने यह भी कहा कि, ‘मुझे नरेंद्र मोदी सरकार या उत्तर प्रदेश सरकार से कोई उम्मीद नहीं है, खासकर इसलिए क्योंकि योगी आदित्यनाथ के उदय के साथ ही हिंसा शुरु हुई.’
बताते चलें कि इस प्रदर्शन में हज़ारों की भीड़ के साथ चंद्रशेखर की मां कमलेश देवी के साथ भाई भगत सिंह एवं कमल किशोर और बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशी राम की बहन स्वर्ण कौर सहित अन्य कई नेता शामिल थे.