TwoCircles.net News Desk
बलिया/लखनऊ : 30 सितंबर की शाम सिंकन्दरपुर के पुराना पोस्ट ऑफ़िस के पास कथित हिन्दू-मुस्लिम युवक में मारपीट के बाद कथित हिंदू लड़की से मेले में छेड़छाड़ की अफ़वाह फैली. दूसरे दिन मुहर्रम के जुलूस के दौरान चेयरमैन प्रतिनिधि भाजपा नेता संजय जायसवाल के घर से आए पत्थर के बाद तनाव भड़का. और फिर प्रशासन और स्थानीय भाजपा विधायक संजय यादव की मौजूदगी में मुस्लिमों की दुकानों में लूटपाट और आगजनी हुई. वहीं तीसरे दिन 2 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन के दौरान फिर से मुस्लिमों की दुकानों में लूटपाट और आगजनी हुई. अनवार प्रिंटिंग प्रेस और स्टूडेंट्स बुक स्टाल भी दंगाइयों की लूट की भेंट चढ़ गया…
इन बातों का खुलासा आज रिहाई मंच ने बलिया के सिंकन्दरपुर में दुर्गा-पूजा और मुहर्रम के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा के पीड़ितों से मुलाक़ात और जांच के बाद किया है.
रिहाई मंच के ज़रिए प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़, एक अक्टूबर को भाजपा के चेयरमैन प्रतिनिधि संजय जायसवाल के छत से मोहर्रम के जुलूस पर आए पत्थर के बाद तनाव भड़का. और फिर भाजपा विधायक संजय यादव की मैजूदगी में मुस्लिम दुकानों पर हमला शुरू हो गया. दुकानों पर तोड़फोड़ करते हुए भीड़ अब्दुल्ला कॉम्प्लेक्स स्थित साजन शू सेंटर पर हमला कर लूटपाट कर दुकान को आग के हवाले कर दिया. पास के बिलाल कटरा में कश्मीर क्लॉथ स्टोर को लूटकर आगज़नी की गई. इसके बाद भीड़ ने आज़ाद खाँ के आज़ाद रेडीमेड स्टोर में लूटपाट और आगजनी की. ताज मार्किट में गुलज़ार की रेडीमेड की दुकान इंडियन रेडीमेड को भी लूटपाट के बाद आग के हवाले कर दिया.
रिहाई मंच के रिपोर्ट के मुताबिक़, भीड़ ने बड़े पैमाने पर क़स्बे के बड़े मुस्लिम व्यवसायियों की दुकानों पर हमला किया. सिकन्दपुर चौराहे बालूपुर रोड स्थित मॉडर्न साईकिल सेंटर पर हमला कर लूटपाट किया.
दुकान के मालिक अमानतुल्लाह बताते हैं कि, उनकी दुकान में वीरेंद्र राजभर का ड्राइविंग लाइसेन्स व एक घड़ी गिरी हुई मिली, इससे साफ़ है कि वो और उसके अन्य साथी इस लूटपाट में लिप्त थे.
वहीं मोहम्मद शमीम की सेंट्रल बैंक के सामने स्थित दूसरी दुकान साहिबा फैशन की लूटपाट के दौरान स्थानीय भाजपा विधायक संजय यादव अपने कार्यकर्ताओं के साथ विमल क्लॉथ स्टोर पर मौजूद रहे. इस दौरान ग्राम कोथ, गाजी पकड़, लीलकर के प्रधान भी मौजूद रहें और उनकी गाड़ियों से दुकान का माल लूटकर दंगाई ले जाते रहे. इनकी दुकान के सामने सेंट्रल बैंक है जिस पर सीसीटीवी कैमरा लगा है. जिसके फुटेज साफ़ कर देंगे इस साम्प्रदायिक हिंसा के दोषियों को. आफ़ताब कटरे में क़स्बे के वरिष्ठ पत्रकार मुस्ताक़ अहमद के बेटे की किंग मोबाइल में लूटपाट हुई. चौधरी कटरा में आसिफ़ खान राजू की खान मोबाइल सेंटर में पहले दिन 1 अक्टूबर को लूटपाट की गई.
राजू बताते हैं कि वो आए और ताला बंद कर चले गए और फिर पता चला कि जो इन्वर्टर और बैटरी बची थी उसको भी तोड़कर दंगाई उठा ले गए. पर वहीं उनकी दुकान की ही कुर्सी को निकालकर बैठ रही पुलिस वाली कुर्सी वहीं बनी रही. ये साफ़ करता है कि पुलिस और दंगाइयों में गठजोड़ था, जिसने लूटने की खुली छूट दंगाइयों को दी थी. चौधरी कटरा में आरिफ़ शू सेंटर भी लूटपाट हुई.
नौशाद खां के मुस्कान जनरल स्टोर, खुर्शीद अंसारी की सोनी मोबाइल, इश्तियाक अहमद की अंसारी मोबाइल, बिलाल कटरा में आफ़ताब आलम की दुकान समेत क़स्बे की विभिन्न दुकानों में लूटपाट हुई.
इस रिपोर्ट के मुताबिक़, घटना के दो हफ्ते बाद भी अब तक दुकानों में की गई आगलगी और लूटपाट की एफ़आईआर पुलिस नहीं दर्ज कर रही है.
रिहाई मंच ने ये प्रेस विज्ञप्ति सिंकन्दरपुर से अपने जांच दल के रिपोर्ट के आधार पर किया है. इस जांच दल में सामाजिक कार्यकर्ता असद हयात, बलवंत यादव, डॉ अहमद कमाल, तारिक़ शफ़ीक़, ओवैस असगर, महमूद अंसारी और राजीव यादव शामिल थे.