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फिर से दलित-ठाकुर संघर्ष : दलितों की लड़की छेड़ी, बाबा साहब की मूर्ति तोड़ी

TwoCircles.net Staff Reporter

मुजाहिदपुर भूपखेड़ी : मुज़फ़्फ़रनगर व मेरठ के बॉर्डर पर स्थित भूपखेडी गांव में पिछले दो दिनों से भारी तनाव है. बस्ती सुनसान है. लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं. पुलिस और पीएसी ने गांव को छावनी बना दिया है. एसएसपी और एडीएम लगातार गांव का दौरा कर रहे हैं.

बताते चलें कि गत बृहस्पतिवार को दलित लड़की से छेड़खानी करने के एक मामले में विरोध करने पर जातीय संघष भड़क उठा था. पुलिस को लाठी चलानी पड़ी. इस घटना में डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए. मामला तब और भड़क उठा जब बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति भी क्षतिग्रस्त कर दी गई.

स्पष्ट रहे कि मुज़फ़्फ़रनगर जनपद का रतनपुरी थानाक्षेत्र का भूपखेडी गांव है. इस गांव में एक दलित बस्ती है, जहां 500 से ज्यादा दलित रहते हैं. भूपखेड़ी मेरठ सीमा से लगता हुआ गांव है. यहां ठाकुर चौबीसी का वर्चस्व है. इन 24 गांवों में ठाकुरों का राज चलता है. भाजपा विधायक ठाकुर संगीत सोम का इलाक़ा भी यही कहा जाता है.

गांव के युवक पंकज कुमार हमें बताते हैं, बृहस्पतिवार को संत रविदास आश्रम में सत्संग में हमारी बहन के साथ ठाकुर लड़कों ने छेड़छाड़ की, जिसका यहां मौजूद अमित कुमार ने विरोध किया. पहले कहासुनी हुई फिर हल्की-फुल्की मारपीट हो गयी. इस घटना की सूचना 100 नम्बर पर दे दी गई. पुलिस ने आकर दोनों पक्षो को डांट डपटकर सुलह करा दिया. हमने पुलिस का फैसला भी मान लिया.

वो आगे बताते हैं कि, अगले दिन गुरूवार को हमारे लोग खेत में काम कर रहे थे, तो राधना (पास का एक ठाकुर बहुल गांव) की तरफ़ से 4-5 लड़के आएं और इन्होंने दलितों पर रात वाली बात को लेकर खेत में काम कर रहे प्रकाश पर हमला कर दिया. हमारा भाई प्रकाश दलित बस्ती की ओर भागा. इन्हें जो भी मिला उसकी बुरी तरह पिटाई की. उसके बाद यह लड़के ठाकुरों के मोहल्ले में गए और कहा कि हमें दलितों ने मारा है. वहां से बड़ी संख्या में ठाकुर हथियार लेकर हमारी बस्ती पर चढ़ आए और महिलाओं, बच्चों और बुर्जुगों को बुरी तरह पीटने लगे. इन्होंने बाबा साहब की प्रतिमा पर पथराव किया और उसे खंडित कर दिया. दलितों की खूब पिटाई की. अपनी ‘तसल्ली’ करके ये वापस चले गए.

फिर पंकज बताते हैं कि, इनके वापस जाते ही पुलिस आ गई. हमारे दर्जनों दलित घायल हो गए और दो लोग गंभीर हैं.

किशनलाल के मुताबिक़, जान-बूझकर माहौल ख़राब करने के लिए बाबा साहब की मूर्ति तोड़ी गई है. ठाकुर कह रहे थे कि तुम्हें तुम्हारी औक़ात बता रहे हैं.

अमित कुमार वो युवक है, जिसने सत्संग वाले दिन छेड़छाड़ का विरोध किया था. अमित बताता है, दलितों के मोहल्ले में सत्संग हो रहा था. ठाकुर लड़के यहां क्या करने आये थे? रविदास आश्रम हमारा मंदिर है. वहां ये लड़कियों पर लगातार इशारेबाज़ी और छेड़छाड़ कर रहे थे. मैंने विरोध किया तो हेकड़ी दिखाने लगे.

अमित कुमार के सर में चोट लगी है. वो बताता है कि उसके सर में तलवार मारी गई है. ठाकुर लाठी तलवार और गड़ासा लिए हुए थे. हमने भागकर जान बचाई. दलित पक्ष की ओर से 18 नामज़द ठाकुरों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया गया है.

पुलिस ने दलितों के विरुद्ध भी ठाकुरों की तहरीर पर मुक़दमा लिख लिया है. बुजुर्ग बाबुराम कह रहे हैं, राजपूतों के 24 गांवों के बीच में किसी दलित की इतनी हिम्मत नहीं है कि वो राजपूत पर हाथ उठा दें.

बाबुराम कहते हैं, अब ठाकुर कह रहे हैं कि दलितों ने हमें पीट दिया. सरकार इनकी है. हमारा मुक़दमा कमज़ोर करने के लिए हमारे ख़िलाफ़ भी मुक़दमा लिखवाया है.

बताते चलें कि, पुलिस ने ठाकुर पक्ष के चार लोगों विशाल, विजय, उमेश और प्रशांत सिंह को हिरासत में लिया है. ठाकुर पक्ष इनकी गिरफ़्तारी का विरोध कर रहे हैं.

एसएसपी मुज़फ्फ़रनगर अनंत देव तिवारी का कहना है, गांव में कोई छेड़छाड़ नहीं हुई. सत्संग में चप्पल चोरी करने को लेकर विवाद हुआ.

एडीएम प्रशासन हरीश चन्द्र, खतौली एसडीएम कन्हई सिंह, रतनपूरी पुलिस, बुढ़ाना पुलिस, सीओ हरिराम यादव ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कर रहे हैं और जल्द ही बाबा साहब की नई मूर्ति लगवाने का आश्वासन दिया है.