आस मोहम्मद कैफ, TwoCircles.net
जयपुर-
राजस्थान चुनाव में इस बार 8 मुस्लिम विधायक बन गए,इनमे से 7 कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर लड़ रहे थे,जबकि एक नए बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की.25 साल में ऐसा पहली बार हुआ जब भारतीय जनता पार्टी का कोई मुसलमान विधायक यहां नही चुना गया.इस बार कांग्रेस ने 15 मुसलमानों को टिकट दिया था इनमे से 7 जीत गए,पिछली बार कांग्रेस ने 16 विधायक बनाने की उम्मीद में टिकट दिया था.ये सभी चुनाव हार गए थे जबकि भाजपा के टिकट पर 2 प्रत्याशी चुनाव जीत गए थे इनमे से एक यूनुस खान वसुंधरा सरकार में मंत्री भी थे.भाजपा में उन्हें इस बार भी चुनाव लड़वाया था उन्हें सचिन पायलट ने हरा दिया.
199 सीट वाली राजस्थान विधानसभा मुस्लिम विधायकों की सबसे बड़ी संख्या 1998 में रही है जब यहां 12 मुस्लिम विधायक चुन लिए गए थे,इस बार बसपा का भी एक विधायक चुन लिया गया।
मुस्लिम प्रत्याशी की जीत का सबसे पहले सेहरा आदर्शनगर विधानसभा सीट से रफीक खान के सर चढ़ा उन्होंने भाजपा के अशोक परनामी को 12 हजार 553 वोटों से हरा दिया.
किशनपोल विधानसभा से अमीन कागजी जीतने वाले दूसरे मुस्लिम प्रत्याशी रहे इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के मोहनलाल गुप्ता को 1434 वोटों से हरा दिया.
कांग्रेस को सबसे ज्यादा खुशी उनके राजस्थान प्रवक्ता दानिश अबरार की जीत से मिले,दानिश अबरार में भाजपा के चर्चित चेहरे अशोक मीणा को 25 हजार 199 वोटों से हरा दिया,सवाई माधोपुर विधानसभा सीट पर इस जीत कई मायने है.
शेउ विधानसभा में भी इसी तरह का प्रदर्शन रहा यहां कांग्रेस के अमीन खान ने 23 हजार 554 वोटों से जीत दर्ज की इन्होंने भाजपा के खंगर सिंह सोढा को हरा दिया.
सबसे नजदीकी मुकाबला पोखरण सीट पर हुआ यहां से राजस्थान के जैसलमेर के सबसे ताक़तवर परिवार कहे जाने ग़ाजी फ़कीर के बेटे सालेह मोहम्मद ने भाजपा के प्रतापपुरी को 929 वोटों से हरा दिया.
कांग्रेस की ज़ाहिदा खान की जीत की भी चर्चित रही,मेवातियों में लोकप्रिय पूर्व विधायक ज़ाहिदा खान कामन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही थी उन्हें रिकॉर्ड एक लाख 10 हजार 789 वोट मिली उन्होंने भाजपा प्रत्याशी जवाहर सिंह बेधम को 39 हजार 621 वोटों से हरा दिया.
मुस्लिम बहुल फतहपुर विधानसभा सीट से हाकम अली खान बमुश्किल ही जीत पाए यहां 5 मुस्लिम प्रत्याशी लड़ रहे थे इन्होंने भाजपा की सुनीता कुमारी को हराया.यहां जीत का अंतर सिर्फ 860 रहा.
भीलवाड़ा के कांग्रेस नेता जाकिर हुसैन के मुताबिक मुसलमानो का झुकाव कांग्रेस की तरफ रहा भाजपा की भेदभाव और साम्प्रदयिक नीतियों से उसे अत्यधिक परेशानी हो रही थी,इस बार साम्प्रदयिक चुनाव नही हुआ कांग्रेस के मुस्लिम प्रत्यशियों को सब समाज के लोगो ने सहयोग किया,जीते हुए मुस्लिम प्रत्याशियों की बड़ी वोट संख्या यह बताते है कि सेकुलर हिन्दू वोटर नफरत फैलाने वालों की साज़िश में नही आया.
इसके अलावा एक मजेदार परिणाम नागर विधानसभा सीट से आया यहां बहुजन समाज पार्टी के वाजिब अली को 25 हजार 467 वोटों से जीत मिली उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेमपाल सिंह को हराया यहां तीसरे स्थान पर भाजपा और चौथे पर कांग्रेस रही और क्रमशः तीनो को 37 हजार, 34 हजार और 31 हजार वोट मिली.
भाजपा के एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी यूनुस खान को 54 हजार 179 वोटों से हार मिली,टोंक से चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी पूर्व मंत्री यूनुस खान डीडवाना से विधायक थे उन्हें अंतिम समय पर सचिन पायलट के सामने चुनाव लड़ने के बुलाया गया था,टोंक विधानसभा सीट पर 60 हजार मुसलमान है यहां सचिन पायलट को एक लाख 9 हजार वोट मिली.
हालांकि कांग्रेस के कुछ बड़े मुस्लिम नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा जयपुर के आदिल रज़ा के मुताबिक ऐसा आपसी खींचतान और एक ही विचारधारा के कई प्रत्याशियों के आपस मे लड़ जाने से हुआ,सूरसागर और पुष्कर विधानसभा में मुस्लिम प्रत्याशी करीब आकर हार गए,पुष्कर वही जगह है जहां तमाम बड़े नेता पहुंचे थे,
सूरसागर में कांग्रेस के प्रोफेसर अय्यूब खान 4 हजार 655 वोटों से हार गए यहां भाजपा के सूर्यकांत व्यास ने हराया.
पुष्कर विधानसभा से भाजपा के सुरेश रावत ने कांग्रेस के नसीम अख्तर इंसाफ को 9 हजार 389 वोटों से हराया,यहां तीसरे स्थान पर शहाबुदीन कुरेशी रहे.